गीत-गजल संग्रह की पाण्डुलिपि खो जाने पर बहुत दुःख पहुंचा : डॉ. अनिल सुलभ, अध्यक्ष, बिहार हिंदी साहित्य सम्मलेन

गीत-गजल संग्रह की पाण्डुलिपि खो जाने पर बहुत दुःख पहुंचा : डॉ. अनिल सुलभ, अध्यक्ष, बिहार हिंदी साहित्य सम्मलेन
  मेरा जन्म बिहार के शिवहर जिले के अम्बा गांव में हुआ. प्रारम्भिक शिक्षा गांव में ही हुई और स्कूली दिनों में ही मेरा कहानी, एकांकी नाटक एवं गीत लेखन शुरू हो गया था....
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कल जो ताने मारते थें आज वही मुझसे रिश्ता जोड़ते हैं : सोमा चक्रवर्ती, टी.वी.ऐंकर, रेडियो एनाउंसर, डांसर एवं थियेटर आर्टिस्ट

कल जो ताने मारते थें आज वही मुझसे रिश्ता जोड़ते हैं : सोमा चक्रवर्ती, टी.वी.ऐंकर, रेडियो एनाउंसर, डांसर एवं थियेटर आर्टिस्ट
मैं पटना की ही रहनेवाली हूँ, यहीं मेरा जन्म हुआ. स्टैंडर्ड 3 तक मैं मिश्राज संत जोसफ प्राइमरी स्कूल में पढ़ी. फिर 4 स्टैंडर्ड से मैट्रिक तक मैंने माउंटकार्मल हाई स्कूल से...
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तब विष्णु प्रभाकर को नहीं सुना होता तो आज मैं कुछ और कर रहा होता : हृषीकेश सुलभ, कहानीकार एवं नाटककार

तब विष्णु प्रभाकर को नहीं सुना होता तो आज मैं कुछ और कर रहा होता : हृषीकेश सुलभ, कहानीकार एवं नाटककार
मेरा जन्म बिहार के सिवान जिले के लहेजी गांव में हुआ. प्रारम्भिक शिक्षा गांव में ही हुई. मेरे पिता स्वतंत्रता सेनानी थें जो घर-बार छोड़कर 1947  तक भटकते रहें. आजादी मिलने क...
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अगर फुटपाथ की ज़िन्दगी नहीं जीता तो कार्टूनिस्ट नहीं बन पाता: पवन,कार्टूनिस्ट,दैनिक हिन्दुस्तान,पटना

अगर फुटपाथ की ज़िन्दगी नहीं जीता तो कार्टूनिस्ट नहीं बन पाता: पवन,कार्टूनिस्ट,दैनिक हिन्दुस्तान,पटना
  मेरा गांव ज़द्दोपुर, वैशाली में है और मेरा जन्म हुआ पटना के कंकड़बाग में. सर गणेश दत्त पाटलिपुत्र हाई स्कूल से स्कूलिंग हुई. इंटर और ग्रेजुएशन की पढ़ाई मैंने पटना कॉल...
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एनॉटमी हॉल में मुर्दों को देखकर लगा कि मैं डॉक्टर की पढाई छोड़कर भाग जाऊँ : डॉ. शांति राय, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं पूर्व एच.ओ.डी.,पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (पी.एम.सी.एच.)

एनॉटमी हॉल में मुर्दों को देखकर लगा कि मैं डॉक्टर की पढाई छोड़कर भाग जाऊँ : डॉ. शांति राय, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं पूर्व एच.ओ.डी.,पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (पी.एम.सी.एच.)
मेरा जन्म सिवान जिले के गोरियाटोली गांव में हुआ. पहले सिवान, गोपालगंज और छपरा तीनों मिलाकर सारण जिला हुआ करता था लेकिन बाद में वो तीन भागों में बंट गया. गाँव में ही मेरी...
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