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(स्टोरी: राकेश सिंह ‘सोनू‘, रिपोर्टिंग : प्रीतम) “भोजपुरी अगर माई हई त हिंदी हमनी के बेटी भइली. अगर माई के इज्जत ना करबा जा त बोला फिर बेटी के इज...
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चूँकि गुरु जी से शादी हुई थी इसलिए उनसे थोड़ा डर भी लगता था : बिन्नी बाला, संस्कृत शिक्षिका, राजकीय त्रिभुवन हाई स्कूल, नौबतपुर
मेरा मायका पटना से थोड़ी दूर खगौल, दानापुर में है. मेरे पिता जी हाई स्कूल में टीचर थें. तीन बहन एक भाई में सबसे बड़ी मैं ही हूँ. ग्रेजुएशन खगौल महिला कॉलेज से किया. शादी के...
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जाति-धर्म से परे समाज को नसीहत दे गया दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक ‘अनोखा विवाह- 3’
(रिपोर्टिंग, प्रीतम कुमार) पटना, 16 दिसंबर, अमीर से होती है, गरीब से होती है…दूर से होती है, क़रीब से होती है… मगर जहां से होती है मेरे दोस्त शादियां त...
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नाट्य साहित्य को समृद्ध करेगा डॉ.किशोर सिन्हा का रंग नाटक संग्रह ‘अपनी कथा कहो’
पटना, 15 दिसंबर, “हिन्दी रंगमंच के लिए लिखे जा रहे नाटकों की संख्या कम है. ऐसे में ‘अपनी कथा कहो..’ के नाटक एक सांस्कृतिक रचनिर्मिता के साथ नाट्य साहित्...
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पहला ही दिन कॉलेज से लौटते वक्त हॉस्टल का रास्ता भटक गयी थी : ममता
“घर से दूर नया ठिकाना अब यही खुशियों का आशियाना, वो दोस्तों के संग हुल्लड़पन वो नटखट सा मेरा बचपन, हाँ अपनी यादें समेटकर गलियों की खुशबू बटोरकर दुनिया को दिखाने अपना ह...
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