ग्रेजुएशन करने के बाद मेरी शादी 1987 में एक बहुत बड़े घर में हुई थी. उस वक़्त दहेज़ की कोई बात नहीं थी मगर वहां जाने के बाद पता चला कि ससुरालवालों की नियत बहुत खराब है. वहां...
पटना, 11 अक्टूबर, ‘बिहार हिंदी साहित्य सम्मलेन’ में महान साहित्यकार प. रामचंद्र शुक्ल की 135 वीं जयंती समारोह व कवि सम्मलेन का उद्घाटन करते हुए भारत सरकार के...
मेरा ससुराल पटनासिटी में है. मेरे हसबैंड नीरज कुमार प्रोफेसर हैं इंस्टीच्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, चंडीगढ़ में. मेरी शादी लव कम अरैंज मैरेज है. मैं उन्हें 7-8 सालों से जानती...
“घर से दूर नया ठिकाना अब यही खुशियों का आशियाना, वो दोस्तों के संग हुल्लड़पन वो नटखट सा मेरा बचपन, हाँ अपनी यादें समेटकर गलियों की खुशबू बटोरकर दुनिया को दिखाने अपना ह...