मैं केरल के कोट्ट्यम जिले की रहनेवाली हूँ. हमलोगों के पास कुछ जमीनें थीं तो पिताजी खेती-बाड़ी करते थें. मैं तीन भाई-बहन हूँ जिनमे मैं ही सबसे बड़ी हूँ. मेरी स्कूलिंग केरल क...
पटना, 7 दिसंबर, कोई हमेशा के लिए जाने के बाद भी अगर लोगों के दिलों में स्मृतियों के रूप में रचा-बसा रहता है तो यह उसके कर्मों का ही प्रतिफल है जो उसके नहीं रहने के बाद भी...
पटना, 3 दिसंबर, ‘विश्व दिव्यांगता दिवस’ के अवसर पर शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा दिव्यांगों के हित में अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जहाँ एक ओर...
पटना, “अब आपको पता करना पड़ेगा कि आप प्रेम करते हैं या लोभ. क्यूँकि बहुत सारे लोग जो कहते हैं कि मुझे प्रेम है उन्हें प्रेम नहीं बल्कि लोभ होता है. मैं रचनाकार को बह...