“घर से दूर नया ठिकाना अब यही खुशियों का आशियाना, वो दोस्तों के संग हुल्लड़पन वो नटखट सा मेरा बचपन, हाँ अपनी यादें समेटकर गलियों की खुशबू बटोरकर दुनिया को दिखाने अपना ह...
पटना, 11 दिसंबर, “यह दिव्यांगों का विवाह है सिर्फ इसलिए यह अनोखा नहीं है बल्कि इसलिए भी अनोखा है कि एक ही जगह मंडप में अमीर और गरीब भी बैठेंगे और छोटे-बड़े जात वाले...
(रिपोर्टिंग, प्रीतम कुमार) पटना, 9 दिसंबर, शहर में जैसे ही ठंढ ने दस्तक दी कि हरी-ताज़ी सब्जियां सब्जीमंडी से निकलकर रैंप पर उतर आईं करने ‘वॉक फॉर लाइफ’...
मैं केरल के कोट्ट्यम जिले की रहनेवाली हूँ. हमलोगों के पास कुछ जमीनें थीं तो पिताजी खेती-बाड़ी करते थें. मैं तीन भाई-बहन हूँ जिनमे मैं ही सबसे बड़ी हूँ. मेरी स्कूलिंग केरल क...