“घर से दूर नया ठिकाना अब यही खुशियों का आशियाना, वो दोस्तों के संग हुल्लड़पन वो नटखट सा मेरा बचपन, हाँ अ ...
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खूब रोने के बाद हमने घर पर कॉल किया और सबको झूठ बोला कि हम बिल्कुल ठीक हैं : सुमन
खूब रोने के बाद हमने घर पर कॉल किया और सबको झूठ बोला कि हम बिल्कुल ठीक हैं : सुमन
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पहली बार खुद से अपनी जरुरत का सारा सामान खरीदी थी : रितु तिवारी
पहली बार खुद से अपनी जरुरत का सारा सामान खरीदी थी : रितु तिवारी
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बच्चियों से एडजस्ट करना सीखा
बच्चियों से एडजस्ट करना सीखा
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पांच सालों तक मैं ससुलाल में कोई सूट नहीं पहनी था : देवयानी दुबे , प्रदेश महासचिव, जदयू (युवा)
पांच सालों तक मैं ससुलाल में कोई सूट नहीं पहनी था : देवयानी दुबे , प्रदेश महासचिव, जदयू (युवा)