पटना, 27 अक्टूबर, आई.आई.बी.एम. सभागार में साहित्यिक संस्था "आयाम - साहित्य का स्त्री स्वर" द्वारा हिन्दी ...
-
डॉ. शहनाज फातमी के साहित्यिक परिचर्चा में गूंजा ‘आयाम’ का स्त्री स्वर
डॉ. शहनाज फातमी के साहित्यिक परिचर्चा में गूंजा ‘आयाम’ का स्त्री स्वर
-
दूसरों पर आश्रित ना होना पड़े इसलिए दिव्यांग होते हुए भी मैंने घर की दहलीज लाँघी : ऋतु चौबे, फाइनांस एक्जक्यूटिव, कलाहनु ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज,पटना
दूसरों पर आश्रित ना होना पड़े इसलिए दिव्यांग होते हुए भी मैंने घर की दहलीज लाँघी : ऋतु चौबे, फाइनांस एक्जक्यूटिव, कलाहनु ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज,पटना
-
तब एहसास हुआ कि पापा मुझे कितना प्यार करते हैं : दिव्या सिंह
तब एहसास हुआ कि पापा मुझे कितना प्यार करते हैं : दिव्या सिंह
-
मैथिली फिल्मों के लिए ‘अच्छे दिन’ लाने वाली है फिल्म ‘‘प्रेमक बसात’’
मैथिली फिल्मों के लिए ‘अच्छे दिन’ लाने वाली है फिल्म ‘‘प्रेमक बसात’’
-
पापा के गुजरने के बाद घर का बेटा बनकर जिम्मेदारियां निभानी पड़ीं : सोनी कच्छप, महिला ट्रैफिक कॉन्स्टेबल
पापा के गुजरने के बाद घर का बेटा बनकर जिम्मेदारियां निभानी पड़ीं : सोनी कच्छप, महिला ट्रैफिक कॉन्स्टेबल
-
तब मर्दों के प्रति इतना आक्रोश था कि पुलिस सर्विस ज्वाइन कर सबको सबक सिखाना चाहती थी : मधु श्रीवास्तव, एडवोकेट, पटना हाईकोर्ट
तब मर्दों के प्रति इतना आक्रोश था कि पुलिस सर्विस ज्वाइन कर सबको सबक सिखाना चाहती थी : मधु श्रीवास्तव, एडवोकेट, पटना हाईकोर्ट
-
महान साहित्यकार पं. रामचंद्र शुक्ल की 135 वीं जयंती पर कवियों ने दी काव्यांजलि
महान साहित्यकार पं. रामचंद्र शुक्ल की 135 वीं जयंती पर कवियों ने दी काव्यांजलि
-
जितना भी रोमांटिक वाला ड्रीम मैंने सोच रखा था सब एक ही हनीमून ट्रैवल में पूरा हो गया : ईशा राज यादव, ब्रॉडकास्ट एक्जक्यूटिव, दूरदर्शन बिहार
जितना भी रोमांटिक वाला ड्रीम मैंने सोच रखा था सब एक ही हनीमून ट्रैवल में पूरा हो गया : ईशा राज यादव, ब्रॉडकास्ट एक्जक्यूटिव, दूरदर्शन बिहार
-
खूब रोने के बाद हमने घर पर कॉल किया और सबको झूठ बोला कि हम बिल्कुल ठीक हैं : सुमन
खूब रोने के बाद हमने घर पर कॉल किया और सबको झूठ बोला कि हम बिल्कुल ठीक हैं : सुमन
-
अंतराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर बुजुर्गों ने कहा- ‘अभी तो मैं जवान हूँ’
अंतराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर बुजुर्गों ने कहा- ‘अभी तो मैं जवान हूँ’