मैथिली फिल्मों के लिए ‘अच्छे दिन’ लाने वाली है फिल्म ‘‘प्रेमक बसात’’

मैथिली फिल्मों के लिए ‘अच्छे दिन’ लाने वाली है फिल्म ‘‘प्रेमक बसात’’
मैथिली फिल्म ‘‘प्रेमक बसात’’ के म्यूजिक लॉन्च पर पोस्टर जारी करते हुए फिल्म के डायरेक्टर(बायें), एक्ट्रेस, एवं फिल्म के साथी कलाकार

पटना, 15 अक्टूबर, “देश में अच्छे दिन आये कि नहीं, इसका तो ठीक से नहीं पता पर ‘प्रेमक बसात’ आने के बाद मैथिली फिल्मों के अच्छे दिन ज़रुर आ जायेंगे.” यह बातें पटना के विद्यापति भवन में ‘जे.एम.के. एंटरटेनमेन्ट’ बैनर तले बनी मैथिली फ़िल्म ‘‘प्रेमक बसात’’ के ट्रेलर और म्यूजिक लॉन्च के अवसर पर कह रहे थें फिल्म लेखक व निर्देशक रूपक शरर. मीडिया से रु-ब-रु होते हुए लेखक-निर्देशक रुपक शरर ने बताया कि “हमने एक ही सपना देखा है कि मैथिली में एक ऐसी फ़िल्म का निर्माण किया जाय जिससे कि इस इंडस्ट्री (जो कि अभी है नहीं) में बाज़ार स्थापित होने का मार्ग प्रसश्त हो. हांलांकि सिनेमाघरों में फ़िल्म लगना अभी बाक़ी है किन्तु पोस्टर के माध्यम से इसका एक संवाद, ‘‘प्रेम सॅं पैघ धर्म एहि धरती पर आर कोनो नहि अछि’’, लोगों के बीच काफ़ी चर्चित हो चुका है.”

वहीँ फ़िल्म के निर्माता वेदांत झा ने कहा कि “यूँ तो निर्माता के रुप में उनकी यह पहली फ़िल्म है किन्तु इस फ़िल्म के निर्माण से जुड़े लोग काफ़ी अनुभवी हैं. उनकी टीम ने एक साफ़-सुथरी और संदेशवाहक फ़िल्म बनाने की ईमानदार कोशिश की है.”

पहली बार किसी मैथिली फ़िल्म में आदित्य नारायण और तोची रैना जैसे मशहूर बालीवुड सिंगर ने अपनी आवाज़ दी है. फिल्म दीपावली पर नेपाल और बिहार में एक साथ रीलिज होगी जिसे फैमली ऑडियंस को ध्यान में रखकर बनाया गया है. फिल्म की ज्यादातर शूटिंग बिहार के समस्तीपुर जिले के करियन गांव और आस-पास के इलाकों में हुई है. और कुछ हिस्सा मुंबई में शूट हुआ है. मौक़े पर फ़िल्म से जुड़े कुछ मुख्य कलाकार भी उपस्थित थे.

विशुद्ध रुप से विवादित विषय हिन्दू-मुस्लिम की प्रेम कहानी पर अधारित इस फ़िल्म के कलाकारों में नेपाल के इंटरनेशनल मॉडल पीयूष कर्ण और कोलकाता की चर्चित अभिनेत्री रैना बनर्जी मुख्य भूमिका में हैं. साथी कलाकार की भूमिका में जीतू सम्राट, मोना रे, शरत सोनू, सुशोभित झा, कल्पना मिश्रा, प्रज्ञा झा, आरती मिश्रा, शैल झा, एस. सी. मिश्रा, प्रेम नाथ झा, आकाशदीप, अनुराग कपूर, राजीव झा, आशुतोष सागर और राजेन्द्र कर्ण के नाम अग्रगण्य हैं. बालीवुड के अनुभवी कैमरामैन, नरेन्द्र पटेल ने इस फ़िल्म का छायांकन किया है. गीतकार, शेखर अस्तित्व, अयोध्यानाथ चौधरी और सारिका कुमार के गीतों को कर्णप्रिय संगीत से सजाया है, मिथिलांचल के बेहतरीन संगीतकारों की तिकड़ी ने जिनके नाम हैं, सरोज सुमन, प्रवेश मल्लिक एस. कुमार.

मीडिया से रु-ब-रु होती मैथिली फिल्म ‘प्रेमक बसात’ की टीम

निर्देषक रुपक शरर की मानें तो “मैथिली फ़िल्म में अब तक शायद ही किसी ने संगीत को लेकर एक साथ इतने सारे आयाम प्रस्तुत किये हैं, जितने कि इस फ़िल्म में है. इसमें रोमांटिक गाने के साथ-साथ सूफ़ी, क़व्वाली, निर्गुण और लोकधुनों पर आधारित गीतों का समावेश किया गया है. मैथिलि फिल्म में सूफी संगीत एक प्रायोगिक तौर पर किया गया है. इसे लोग हजम करेंगे या नहीं ये तो फिल्म रिलीज होने के बाद ही पता चलेगा. ‘प्रेमक बसात’ का ऑडिशन दरभंगा, समस्तीपुर, मुगलसराय, दिल्ली और मुंबई में रखा गया. मैं खुद ऑडिशन लेने गया था. उसी सिलसिले में कोलकाता भी गयी थी हमारी टीम और वहां हमें रैना जैसी बेहतरीन अभिनेत्री मिली जो फिल्म का मुख्य किरदार निभा रही हैं.”

 

Bolo-Zindagi
मैथिली फिल्म ‘प्रेमक बसात’ की मुख्य अभिनेत्री रैना बनर्जी के साथ ‘बोलो ज़िन्दगी’ के संपादक राकेश सिंह ‘सोनू’

अभिनेत्री रैना से जब ‘बोलो जिंदगी’ ने पूछा कि “आप बैंगोली हैं और पहली बार मैथिली भाषा की फिल्म करते हुए आपको दिक्कत नहीं महसूस हुई?” इस पर रैना बनर्जी ने कहा- “मुझे लगता है बैंगोली और मैथिली लैंग्वेज में बहुत ज्यादा फर्क है नहीं, लेकिन फिर भी जब मेरे पास इस फिल्म का ऑफर आया तो मैं सोच नहीं पा रही थी कि मैं इसे कर पाऊँगी या नहीं. फिर जब मैं ये फिल्म करने लगी तो मैं मैथिल लोगों की बातचीत सुनने-समझने लगी. डायरेक्टर भी जब मुझसे बात करते तो हिंदी की बजाये मैथिली में ही बात करते ताकि मैं इस लैंग्वेज को पूरी तरह से आत्मसात कर लूँ जो मैंने बहुत हद तक किया भी.”
फिल्म के मुख्य किरदार यानि हीरो किसी वजह से प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित नहीं हो पाए थें तो किसी ने जब हीरो के बारे में बताने को कहा तो डायरेक्टर साहब ने मुस्कुराते हुए कहा कि “फिल्म का असली हीरो इसकी कथा-पटकथा है.” जब उनसे पूछा गया कि “हिंदी-भोजपुरी के अलावा मैथिली भाषा में लगभग ना के बराबर फ़िल्में बन रही हैं तो ऐसे में फिर आपने यह रिस्क क्यों लिया ?” इसपर डायरेक्टर साहब मुस्कुराते हुए बोले- “नहीं, मेरा काम है डायरेक्शन करना, मैंने इस फिल्म में वही किया है. ये रिस्क लेने का काम तो इस फिल्म के प्रोड्यूसर ने किया है. शॉर्ट-कट में बोलूं तो हिन्दू-मुस्लिम की इस विवादास्पद लव स्टोरी को दिखाते हुए हम यही सन्देश देना चाहते हैं कि वास्तव में प्रेम ही धर्म है.

About The Author

'Bolo Zindagi' s Founder & Editor Rakesh Singh 'Sonu' is Reporter, Researcher, Poet, Lyricist & Story writer. He is author of three books namely Sixer Lalu Yadav Ke (Comedy Collection), Tumhen Soche Bina Nind Aaye Toh Kaise? (Song, Poem, Shayari Collection) & Ek Juda Sa Ladka (Novel). He worked with Dainik Hindustan, Dainik Jagran, Rashtriya Sahara (Patna), Delhi Press Bhawan Magazines, Bhojpuri City as a freelance reporter & writer. He worked as a Assistant Producer at E24 (Mumbai-Delhi).

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