सन 1954 -55 में आजादीकेबाद मेरापहलासांस्कृतिक कार्यक्रमसंगीतनाटकअकादमी द्वारादिल्लीकेलालकिला केदीवानेआममें हुआथा. एक पार्श्वगायिकाकेरूप मेंमेरेलोकगीतों कापहलाएलबम एच. एम. वी. कैसेटकम्पनीने जारीकियाथा. मैंनेफिरसंगीतकार चित्रगुप्तजीके साथभोजपुरीफिल्म ‘भइया‘ औरसंगीतकार भूपेनहज़ारिकाके साथ ‘छठीमइयाकीमहिमा‘ फिल्म मेंकामकिया. ‘कन्यादान‘ फिल्ममेंगायिकी केसाथसाथ संगीतभीदिया. एकघटनाने मेराजीवनही बदलदिया. जब पहलीबारकिसी नेमुझसेकहा कि ‘बिहारके लोगखानाजानते हैं, गानानहीं‘ तो यह बात मेरेमन कोचुभगयी. बसतभीसे मैंनेलोकगीतगाने कीमनमें ठानली.
'Bolo Zindagi' s Founder & Editor Rakesh Singh 'Sonu' is Reporter, Researcher, Poet, Lyricist & Story writer. He is author of three books namely Sixer Lalu Yadav Ke (Comedy Collection), Tumhen Soche Bina Nind Aaye Toh Kaise? (Song, Poem, Shayari Collection) & Ek Juda Sa Ladka (Novel). He worked with Dainik Hindustan, Dainik Jagran, Rashtriya Sahara (Patna), Delhi Press Bhawan Magazines, Bhojpuri City as a freelance reporter & writer. He worked as a Assistant Producer at E24 (Mumbai-Delhi).