पटना, 19 नवम्बर, मौर्या होटल स्थित जेपी गोलंबर से झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई अपने सिपहसलारों के साथ हाथ में तलवार व खडग थामे घोड़े पर सवार होकर बाजे-गाजे के साथ अपना काफिला लिए डाकबंगला चौराहा होते हुए भारी भीड़ के साथ विधापति भवन तक आयीं. यह भव्य झांकी देखने को मिली रानी लक्ष्मी बाई की जयंती के अवसर पर जिसे माँ जानकी मिथिला पुनर्जागरण समिति के बैनर तले आयोजित किया गया था. झांकी के पश्चात विधापती भवन में रानी लक्ष्मी बाई की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद कार्यक्रम का उद्घाटन किया पथ निर्माण मंत्री श्री नंदकिशोर यादव ने.
इस समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों से चयनित महिलाओं को रानी लक्ष्मी बाई वीरता सम्मान से सम्मानित किया गया जिन्होंने सराहनीय सामाजिक और साहसिक कार्य किये थें. उनमे से हैं, अमेरिका निवासी बिजनेस वुमेन संध्या सिंह, सीतामढ़ी, सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया ऋतू जयसवाल, जीनियस गर्ल सादिया व आफरीन, छात्रा प्रियंवदा भारती, साबिया परवीन, डी.एस.पी.(बी.एम.पी.)निर्मला कुमारी, ‘ग्रीन लेडी’ जया देवी, सामाजिक कार्यकर्ता पूनम चौरसियाएवं रानी लक्ष्मी बाई बनी कलाकार महिला और उनकी दो सहयोगी अन्य महिला कलाकार.
श्री नंदकिशोर यादव ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘पुरुषों की तो बहुत जयंती मनाई जाती है लेकिन महिलाओं की जयंती वह भी महारानी लक्ष्मी बाई जैसी वीरांगना की जयंती मनाना अपने आप में बहुत सौभाग्य की बात है.’ वहीँ मुख्य अतिथि केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामकृपाल यादव ने कहा कि ‘हमारा देश वीरांगनाओं का देश है. इस देश ने एक से बढ़कर एक वीरांगना दी हैं जिनमे से रानी लक्ष्मी बाई को हम सर्वोच्च मानते हैं.’ अपने सम्बोधन में बिहार सरकार के स्वास्थ मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री जी का ‘बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम इसी परिपेक्ष्य में है कि बेटियां पढ़ेंगी तो ही आगे चलकर उनमे से कोई लक्ष्मी बाई बनकर देश के दुश्मनों से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगी.’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माँ जानकी मिथिला पुनर्जागरण समिति के संरक्षक अध्यक्ष श्री मृत्युंजय झा ने कहा कि ‘ यह सिर्फ एक शुरुआत है. जानकी सेना इस देश की ऐसी और वीरांगनाओं और वीर योद्धाओं की जयंती एवं पुण्यतिथि आगे भी भव्य स्तर पर आयोजित करती रहेगी.’ इस कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर राष्ट्रिय स्वंयसेवक संघ के क्षेत्रीय सम्पर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि देवी, सदस्य डॉ. उषा विद्यार्थी, नीलम साहनी, पटना की महापौर सीता साहू, कुम्हरार विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधान पार्षद डॉ. सूरजनंदन कुशवाहा, बिहार सरकार की पूर्व मंत्री सुखदा पांडेय, बाल संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती निशा झा उपस्थित हुईं.
‘बोलो ज़िन्दगी‘ के संपादक राकेश सिंह ‘सोनू’ को भी पुरस्कृत होनेवाली साहसी महिलाओं की खोज के लिए स्वास्थ मंत्री श्री मंगल पांडेय ने सम्मानित किया.
इस कार्यक्रम में आयोजन समिति के सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया. वहीँ ‘
मंच संचालन कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती सजल झा ने किया. मंच पर से पुरस्कृत महिलाओं की संक्षिप्त जानकारी अचल सिन्हा ने दी, वहीँ उनका सहयोग किया सीमा सिंह ने . इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी आनंद पाठक, योगेंद्र शर्मा, वरुण कुमार सिंह, अचल सिन्हा, राजेश कुमार झा, शैलेश महाजन, राजीव उपाध्याय, रविंद्र सिंह, दिलीप मिश्रा, अनामिका शंकर, सीमा सिंह, कोमल चौधरी, अर्चना ठाकुर, रूपम सिंह, प्रकाश पांडेय, प्रदीप यादव, राजकुमार साहनी, सुजीत मिश्रा, विजय शंकर मिश्रा, मनीष पोद्दार, अंजनी निषाद एवं अनिल दुबे का योगदान रहा. मीडिया प्रभारी आनंद पाठक ने विशेष तौर पर मीडिया बंधुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘ऐसे सफल एवं यादगार कार्यक्रम का सन्देश जनता तक पहुँच पाना बिना आपके सहयोग से मुमकिन नहीं है. हमारे देश-समाज में अनगिनत साहसी एवं वीर महिलाएं हैं जिनको मीडिया के माध्यम से ही आगे बढ़ाया जा सकता है.’