पटना में मंचित हुआ पद्मश्री रतन थियाम निर्देशित “Song Of The Nymphs”

पटना में मंचित हुआ पद्मश्री रतन थियाम निर्देशित “Song Of The Nymphs”
“Song Of The Nymphs” नाटक का मंचन

9 वें राष्ट्रीय प्रयास नाट्य मेला के समापन के दिन कोरस रिपर्टरी थियेटर, इम्फाल (मणिपुर) द्वारा पद्मश्री रतन थियाम लिखित एवं निर्देशित “अप्सराओं का गीत” (Song Of The Nymphs) नाटक का भावपूर्ण मंचन किया गया.

“Song Of The Nymphs” नाटक हमारे संस्कारों और परंपराओं के सामने आनेवाली कई चुनौतियों को समझने की कोशिश करता है, जो हमारे पूर्वजों से विरासत में मिली हमारी संस्कृति की पहचान होती है.

 

 

 

 

 

 

कठपुतली नृत्य, मुखौटा नृत्य, लौंडा नृत्य प्रस्तुत करते कलाकार

 

 

 

नाट्य मेला के प्रथम सत्र अपराह्न 4 : 30 बजे किलकारी, पटना द्वारा कठपुतली, ओमप्रकाश द्वारा मुखौटा नृत्य, डॉ सुनैना कुमार द्वारा सुगम संगीत एवं कुमार उदय सिंह द्वारा लौंडा नृत्य प्रस्तुत किया गया.

 

 

 

 

 

 

मणिपुर से आये मार्शल आर्ट कलाकारों द्वारा ‘थांग टा’ का प्रदर्शन

 

 

 

 

प्रतिदिन पटना शहर के विभिन्न स्थलों के साथ-साथ कालिदास रंगालय के नुक्कड़ मंच पर थांग-टा, मणिपुर के मार्शल आर्ट की प्रस्तुति नाट्य मेला का मुख्य आकर्षण बना रहा.

 

 

 

 

 

 

प्रख्यात रंगकर्मी श्री थवई थियाम, इम्फाल (मणिपुर), ख्याति प्राप्त चित्रकार एवं रंगकर्मी श्री सुमन कुमार, पटना (बिहार) एवं ख्याति प्राप्त नाट्य कलाकार श्री समीर कुमार, पटना (बिहार) को सम्मानित किये जाते हुए

 

 

 

इससे पूर्व 9 वें राष्ट्रीय प्रयास नाट्य मेला के समापन समारोह में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रंग निदेशक योगेश चन्द्र श्रीवास्तव सम्मान 2021, प्रख्यात रंगकर्मी श्री थवई थियाम, इम्फाल (मणिपुर) को दिया गया. वरिष्ठ रंगकर्मी महावीर सिंह आजाद सम्मान 2021, ख्याति प्राप्त चित्रकार एवं रँगजगत की शख्सियत श्री सुमन कुमार, पटना (बिहार) को दिया गया. युवा रंगकर्मी आर. के. गोल्डी सम्मान 2021, ख्याति प्राप्त नाट्य कलाकार श्री समीर कुमार, पटना (बिहार) को दिया गया.

 

 

 

 

 

इस नाटक की विषय वस्तु आधुनिकता की नदी, अतीत, वर्तमान और भविष्य के संगम के रूप में कार्य करती है, जहाँ बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों, जटिल सौंदर्यशास्त्र और दार्शनिक चुनौतियों पर बातचीत की जाती है. आकाश की शांति, धरती की शांति, पानी की शांति, पेड़ों की शांति, मनुष्य की शांति, निम्फस 22 वीं सदी की ओर उड़ रहे हैं….

 

 

 

 

 

पात्र परिचय

मंच पर :-

चिंगेलएम टाखंगबी : इंदिरा 

लांजीनलएम पियैनु : रूसिया

हयेनखोम्बी : तारुबी

शलेम : एंजेलिना 

उलेमा : सन्ध्या रानी

हिबोंगखोम्बी : जया

शत्रु : रोजीता

निंगथो : इबोमच सोरोक 

वांगबं शफब : रोबिन्द्रो 

मैगरेंग अरब : टापोर्न 

थेंग्रेब : प्रेम

चेंगहेब : लोकेंद्र 

मणाई 1 : राहुल कुमार

मणाई 2 : अनिल 

शादाम्बा 1 : प्रेम 

शादाम्बा 2 : केंनी

शादाम्बा 3 : लोकेंद्र

शादाम्बा 4 : रोबिन्द्रो, राहुल 

मैसेंजर : टेरपोन 

 

मंच के परे :-

सेट मैनेजर : रोबिन्द्रो 

सेट एवं प्रॉप्स : राहुल कुमार, प्रेम 

कॉस्ट्यूम : तारुबी, रूसिया, रोजीता, सन्ध्या रानी, इंदिरा 

संगीत सहायक : एल तोम्बा, बसन्त 

लाइट असिस्टेंट : थवई थियाम, अंगौतोम्बी, इबोमच सोरोक

फ्रंटऑप द हाउस : अरुण कुमार, लैशेम्ब

प्रोडक्शन मैनेजर : इबोमच सोरोक

सहायक निर्देशक : थवई थियाम

लेखक, संगीत, डिजाइन एवं निर्देशन : पद्मश्री रतन थियाम

About The Author

'Bolo Zindagi' s Founder & Editor Rakesh Singh 'Sonu' is Reporter, Researcher, Poet, Lyricist & Story writer. He is author of three books namely Sixer Lalu Yadav Ke (Comedy Collection), Tumhen Soche Bina Nind Aaye Toh Kaise? (Song, Poem, Shayari Collection) & Ek Juda Sa Ladka (Novel). He worked with Dainik Hindustan, Dainik Jagran, Rashtriya Sahara (Patna), Delhi Press Bhawan Magazines, Bhojpuri City as a freelance reporter & writer. He worked as a Assistant Producer at E24 (Mumbai-Delhi).

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