पटना, 13 अगस्त २०२२, विद्यापति भवन के वातानूकुलित सभागार में आयोजित अष्टम अन्तर्राष्ट्रीय अंगदान दिवस का उद्घाटन पीड़ित मानवता को समर्पित तथा दधीचि देहदान समिति के मुख्य सरंक्षक श्री सुशील कुमार मोदी, नीतवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय द्वारा दीप प्रज्वलन कर मानव जीवन को उज्जवल करने के आह्वाहन के साथ किया गया।
श्री सुशील मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जानवर के अंग मृत्यु के बाद भी काम आते है परंतु मानव का अंग किसी काम नही आता, यदि अपना परलोक सुधारना है तो नेत्रदानध/अंगदान का संकल्प करे। श्री मोदी एवं उनके परिवार ने इस अभियान हेतू 2 लाख का चेक समिति को दिया। इस अवसर पर श्री मंगल पांडेय जी ने कहा कि दधीचि देहदान समिति के लगातार प्रयास के कारण बिहार के 9 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में आई बैंक की स्थापना हो सकी। कुछ दिन पूर्व ही आई बैंक को संचालित करने के लिए अलग से तकनीशियन एवं विशेष एम्बुलेंस की व्यवस्था कर दी गई है। समिति के महासचिव पद्मश्री बिमल जैन ने उनके प्रयासों केलिए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।
अभी तक कुल मिलाकर IGIMS में 695 कॉर्निया का दान हुआ है तथा PMCH में 129 कॉर्निया का दान हुआ है। समिति के प्रयास से स्वैछिक नेत्रदान की संख्या बढ़ी है। इस अवसर पर 8 संपूर्ण शरीरदानी परिवार एवं 35 नेत्रदानी परिवार को सम्मानित किया गया। दधीचि देहदान समिति बिहार ने कोरोना पीड़ित नाबालिगों की सहायता कर पूरे देश में कीर्तिमान स्थापित किया है। 1000 पीड़ित नाबालिगों बच्चों को भरण पोषण सहायता योजनाके तहत 500 रूपया प्रति बालक 3 वर्षो तक देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 38 जिलों के 356 परिवारों के बेसाहारा नाबालिग 756 बच्चों को विगत एक वर्ष से उनके परिवार के खाते में सहायता भेजी जा रही है। 3 वर्षो में 15 करोड़ की राशि समिति द्वारा पीड़ित मानवता को समर्पित की जाएगी। इन बेसहारा परिवारों के सहयोग के लिए समाज के 158 दानदाताओं को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ संजीव चौरसिया, रूबन अस्पताल के चेयरमैन डॉ सत्यजीत सिंह, नेफ्रोलौजी के विभागाध्यक्ष डॉ ओम कुमार, सोटो के चेयरमैन डॉ मनीष मंडल एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंगदान से संबंधित राज्य स्तरीय परामर्शदात्री समिति के सदस्यों का सम्मान किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत पूर्व अति सॉलिसिटर जनरल,भारत सरकार,सत्यदर्शी संजय ने किया एवं डॉ सुभाष प्रसाद समिति के वरीय उपाध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं बिहार के सभी जिलों से राज्य स्तरीय सम्मेलन हेतु आए हुए प्रतिनिधियों के साथ समिति सदस्यों ने आगामी एक वर्ष का लक्ष्य निर्धारित किया। अमृत महोत्सवके 75वे वर्ष में पूरे बिहार के सभी जिलों से कुल 75000 नेत्रदान/अंगदान का संकल्प पत्र भराने का लक्ष्य रखा गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ वंदे मातरम और राष्ट्रगान से सम्पन्न हुआ |