मेरी शादी बहुत कम उम्र में हुई. मेरे पैरेंट्स तो उतने कंजर्वेटिव नहीं थें लेकिन मेरे दादा जी चूँकि जमींदा ...
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चूल्हा-छुलाई की रस्म में मुझे हलवा बनाने को कहा गया जबकि मुझे खाना बनाना नहीं आता था : प्रेरणा प्रताप, एंकर, बिहार बिहान (दूरदर्शन बिहार)
चूल्हा-छुलाई की रस्म में मुझे हलवा बनाने को कहा गया जबकि मुझे खाना बनाना नहीं आता था : प्रेरणा प्रताप, एंकर, बिहार बिहान (दूरदर्शन बिहार)
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मेरे पति ने एक रात मुझे बिना खाना खाये सोने को छोड़ दिया: कुमकुम वेदसेन, पूर्व प्राचार्या, सिद्धार्थ महिला कॉलेज,पटना एवं वरिष्ठ मनोचिकित्सक
मेरे पति ने एक रात मुझे बिना खाना खाये सोने को छोड़ दिया: कुमकुम वेदसेन, पूर्व प्राचार्या, सिद्धार्थ महिला कॉलेज,पटना एवं वरिष्ठ मनोचिकित्सक
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मैं गांव-ससुराल में टीवी वाली बहू के नाम से फेमस हो गयी थी : प्रतिभा सिंह, एंकर, पटना दूरदर्शन (बिहार बिहान)
मैं गांव-ससुराल में टीवी वाली बहू के नाम से फेमस हो गयी थी : प्रतिभा सिंह, एंकर, पटना दूरदर्शन (बिहार बिहान)
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तब ससुरालवालों के कमेंट सुनकर गुस्सा आ जाता था : डॉ. शेफाली राय, एच.ओ.डी.,पोलिटिकल साइंस, पटना वीमेंस कॉलेज
तब ससुरालवालों के कमेंट सुनकर गुस्सा आ जाता था : डॉ. शेफाली राय, एच.ओ.डी.,पोलिटिकल साइंस, पटना वीमेंस कॉलेज
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वेजिटेरियन होते हुए नॉनवेज खाना महँगा पड़ गया: रितु रीना, शिक्षिका, डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल, बी.एस.ई.बी.
वेजिटेरियन होते हुए नॉनवेज खाना महँगा पड़ गया: रितु रीना, शिक्षिका, डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल, बी.एस.ई.बी.
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21 साले-सालियों के साथ फिल्म देखने जाना गजब ढ़ा गया : बीरेंद्र बरियार ‘ज्योति’, वरिष्ठ पत्रकार एवं चित्रकार
21 साले-सालियों के साथ फिल्म देखने जाना गजब ढ़ा गया : बीरेंद्र बरियार ‘ज्योति’, वरिष्ठ पत्रकार एवं चित्रकार
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तब नक्सल इलाके में छत पर सोने में घबराहट सी होती थी: ज्योति शर्मा, सीनियर सब एडिटर, राष्ट्रीय सहारा
तब नक्सल इलाके में छत पर सोने में घबराहट सी होती थी: ज्योति शर्मा, सीनियर सब एडिटर, राष्ट्रीय सहारा
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मेरा गोरा रंग देखकर सास ने मुझे तौफे में साड़ी दिया : डॉ. अर्चना मिश्रा, स्त्री रोग विशेषज्ञ (अस्सिस्टेंट प्रोफ़ेसर), एन.एम.सी.एच.पटना
मेरा गोरा रंग देखकर सास ने मुझे तौफे में साड़ी दिया : डॉ. अर्चना मिश्रा, स्त्री रोग विशेषज्ञ (अस्सिस्टेंट प्रोफ़ेसर), एन.एम.सी.एच.पटना
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