पटना, 12 मई, एक-एक करके सभी 8 सिंगल मदर्स के ऊपर बनी शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फ़िल्में दिखाई गयीं जिसे देखकर सभी की आँखें डबडबा गयीं. अवसर था रविवार को मदर्स डे के अवसर पर बोलो ज़िन्दगी फाउंडेशन द्वारा पटना संग्रहालय के ऑडोटोरियम में आयोजित सिंगल मदर्स पर आधारित कार्यक्रम “माँ तुझे सलाम” का. वो सिंगल मदर्स जिन्होंने खुद अकेले दम पर विपरीत परिस्थितियों में अपने बच्चों की परवरिश की है, वैसी 8 महिलाओं को बुलाकर सम्मानित किया गया. उनके संघर्ष की कहानी को शॉर्ट फिल्म के माध्यम से प्रोजेक्टर पर भी दिखाया गया ताकि उनसे प्रेरित होकर अन्य महिलाओं को भी हिम्मत मिले. उनके रियल लाइफ पर बनी शॉर्ट फ़िल्में देखकर उन सभी 8 सिंगल मदर के साथ-साथ सभागार में बैठे कइएक दर्शकों की आँखे डबडबा गयीं. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा. वहीँ विशिष्ठ अतिथि थीं ए.एन. कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल प्रो.पूर्णिमा शेखर, अमेरिका की एनआरआई संध्या सिंह व स्कॉलर्स एबोड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. बी.प्रियम. इस कार्यक्रम को सपोर्ट किया था माँ वैष्णवी ज्वेलर्स एवं स्कॉलर्स एबोड स्कूल ने. कार्यक्रम को सफल बनाने में हाथ रहा कार्यक्रम प्रभारी प्रीतम कुमार का जिन्होंने एंकरिंग की कमान भी संभाल रखी थी. वहीँ टीम कॉर्डिनेटर तबस्सुम अली का योगदान भी कम नहीं था. अन्य सहयोगी सदस्य थें – अनमोल, अनिल,सचिन, विशाल एवं नीरज.
मौके पर बोलो ज़िन्दगी फाउंडेशन के निदेशक राकेश सिंह सोनू ने बताया कि “अपने वेबसाइट के लिए कुछ सशक्त नारियों का इंटरव्यू करने के दौरान कई सिंगल मदर्स की कहानियों से भी रु-ब-रु होने का मौका मिला. तभी मन में यह ख्याल आया कि इनके संघर्ष को दुनिया के सामने लाऊँ और उन्हें एक उचित सम्मान दूँ जिससे उनके आत्मविश्वास में और बढ़ोतरी हो.” जिन महिलाओं को बोलो ज़िन्दगी फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया उनके नाम हैं- श्वेता सुरभी (आर जे. बिग एफ एम), इंदु सुमन, अर्चना कुमारी (डाकबंगला पेट्रोल पम्पकर्मी), कंचन (ऑटो रिक्शा ड्राइवर), कुमुदा देवी, गिरिजा देवी (पेपर हॉकर), ताहिरा अली एवं पूजा सिंह. इन्हे सम्मानित करने के दौरान स्पेशल गेस्ट स्कॉलर्स एबोड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. बी. प्रियम ने सभी 8 सिंगल मदर्स को गिफ्ट में साड़ी भेंट की.
वहीँ एक माँ मंजू रानी जिन्होंने खुद से बनाये हैंडमेड बैग्स सभी 8 सिंगल माओं को भेंट किए. मंजू रानी श्री कृष्ण की बहुत बड़ी भक्त हैं. उन्होंने संकल्प लिया है कि जिस तरह कृष्ण की 16000 हजार पत्नियां थीं तो वे भी16 हजार खुद से बैग बनाकर लोगों को मुफ्त में वितरित करेंगी. अबतक उन्होंने 5000 से ज्यादा बैग्स वितरित कर दिया है. आश्चर्य की बात कि वे यह बैग दर्जी के यहाँ बचे हुए कपड़ों के कतरन को जमाकर के बनाती हैं.
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद कार्यक्रम की शुरुआत में कोमल कश्यप ने अपनी मधुर आवाज में माँ के ऊपर दिल को छू लेनेवाले गाने गायें.
जम्प रोप शो में राणो सिंह, मान्या सिंह, मीठी, श्रुति, स्वीटी, ख़ुशी, रोहित एवं यश ने वो कलाबाजी दिखाई की सभी चौंक पड़ें. फिर सिंगल मदर पूजा सिंह ने अपनी बेटी के साथ वुशू यानि मार्शलआर्ट में सेल्फ डिफेन्स का एक डेमो पेश किया.
अंत में जब रैंप शो की बारी आयी तो सभी सिंगल मदर्स ने अपने बच्चे -बच्चियों के साथ रैंप वॉक करके सभी का दिल जीत लिया. फिर मौजूद विशिष्ट अतिथियों ने भी रैंप वॉक करके दिखाया. जब एंकर प्रीतम ने कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था में तैनात महिला कॉन्स्टेबल को भी स्टेज पर आमंत्रित किया तो खाकी वर्दी द्वारा रैंप वॉक का नज़ारा ही अद्भुत हो गया.
फिर बोलो ज़िन्दगी कि पूरी टीम भी स्टेज पर रैंप वॉक के लिए उतरी.
अंत में बोलो ज़िन्दगी फाउंडेशन के निदेशक राकेश सिंह सोनू रैंप वाक करने आएं अपनी माँ को लेकर. सभी सिंगल मदर्स को रैंप वॉक के लिए प्रशिक्षित किया था कोरियोग्राफर दीनू मिश्रा ने.
कार्यक्रम में फ़ूड पार्टनर के रूप में सुरुचि रेस्टुरेंट तो गिफ्ट पार्टनर के रूप में अग्रवाल स्टील हाउस का भी सपोर्ट मिला. अंत में विशेषतौर पर बोलो जिंदगी फाउंडेशन के इस कार्यक्रम में साथ देने हेतु माँ वैष्णवी ज्वेलर्स, रामनगरी, आशियाना के ऑनर संतोष सोनी उर्फ़ पप्पू जी को विशिष्ट अतिथि एन. आर. आई. संध्या सिंह ने सम्मानित किया.