दिनांक 28 मई, नव अस्तित्व फाउंडेशन द्वारा पटना के विद्यापति मार्ग स्थित गेट टुगेदर हॉल में मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे के अवसर पर मेंस्ट्रुअल हाइजीन किट, स्वच्छ नारी के नाम से सैनिटरी पैड एवं सैनिटरी वेंडिंग मशीन को संयुक्त रूप से लॉन्च किया गया. इस किट में संस्था द्वारा 12 पैकेट सैनिटरी पैड, एक टॉवल, एक सेवलॉन, एक डेटोल सोप के साथ माहवारी से जुड़ी जानकारी संबंधित बुकलेट उपलप्ध कराया गया. इस हाइजीन किट के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चियों को सम्पूर्ण स्वच्छ व सुरक्षित सामग्रियां दी जाएँगी जो उनके माहवारी के दिनों में अत्यंत उपयोगी होगी. इसके अलावा नव अस्तित्व फाउंडेशन की ओर से स्वच्छ नारी के नाम से सैनिटरी पैड जो संस्था द्वारा चलाये जा रहे सैनिटरी नैपकिन बैंक द्वारा जरूरतमंद निम्न आयवर्ग की महिलाओं एवं बच्चियों को कम से कम कीमत पर उपलब्ध कराई जाएगी जिसकी मोनेटरिंग पासबुक के माध्यम से की जाएगी. साथ ही हाइजीन डे के उपलक्ष्य पर संस्था द्वारा सैनिटरी वेंडिंग मशीन के निर्माण की शुरुआत की जा रही है. जल्द ही ये मशीन अपने राज्य में भी उपलब्ध कराई जाएगी.
मौके पर नव अस्तित्व फाउंडेशन की संस्थापक व सचिव अमृता सिंह ने ‘बोलो ज़िन्दगी’ को बताया कि “हमने पिछले साल सैनिटरी बैंक बिहार में खोलकर महिलाओं को कम कीमत पर सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने की जो एक पहल की थी उसी को आगे बढ़ाते हुए आज हमने उनके लिए स्वच्छ नारी के नाम से एक पैड लांच किया है और यह पैड उनको अब काम कीमत पर 18 रूपए में उपलब्ध होगा जो हर सैनिटरी बैंक तक पहुंचेगा और उनको दिया जायेगा. इसके साथ हमने मेंस्ट्रुअल हाइजीन किट लॉन्च किया है इसलिए कि जब हम स्वच्छ भारत की बात करते हैं तो स्वच्छ बेटियां-स्वच्छ समाज का होना बहुत जरुरी था इसलिए हमने ये हाइजीन किट लॉन्च किया है. ये किट जो है इसमें उनकी जरूरत की वो सारी चीजें हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में 300 रूपए में उनको पूरे साल का टिप मिल जायेगा. इसके अलावा हमने सैनिटरी वेंडिंग मशीन लॉन्च किया है जो हमारे खुद के एनजीओ द्वारा निर्मित है और इसमें इलेक्ट्रिसिटी की जरुरत नहीं पड़ती है. सिर्फ पांच रूपए का सिक्का डालने पर स्कूल-कॉलेजों में एमरजेंसी सिचुएशन में उपलब्ध हो जाएगी.”
वहीँ संस्था की अध्यक्ष पल्ल्वी सिन्हा ने कहा “पिछले साल संस्था द्वारा स्वछ बेटियां स्वछ समाज के नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की गयी जिसके तहत माहवारी पर जागरूकता हेतु लगातार काउंसिलिंग सेशन डॉक्टरी परामर्श के साथ कराया जा रहा है एवं सैनिटरी नैपकिन बैंक खोलकर जरूरतमंद महिलाओं तक पैड पहुँचाया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक के माध्यम से पैड उपलब्ध करने के अलावा शहरी क्षेत्रों में माहवारी की आकस्मिक परेशानियों से बचने के लिए सार्वजनिक जगहों जैसे स्कूल, कॉलेज, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, पेट्रोलपंप पर सैनिटरी वेंडिंग मशीन लगाए गए हैं जिससे महिलाओं एवं बच्चियों को आकस्मिक सुविधा दी गयी है. अब आनेवाले वर्षों में भी संस्था एक लाख महिलाओं तक पहुँचने का लक्ष्य लेकर कार्य करेगी.”
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुईं सुमन सिंह (समाजसेविका), डॉ. मीना सामंत (कुर्जी हॉस्पिटल), चित्रा गुप्ता (व्यवसायी), अनुपमा प्रसाद (लायंस क्लब) एवं प्रतिमा कुमार (भारत इंस्टीच्यूट एरोनॉटिक्स,पटना) ने भी मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे पर अपने-अपने वक्तव्य रखें.
कार्यक्रम के अंत में माहौल थोड़ा गुदगुदाने लायक हो गया जब संस्था की सचिव अमृता सिंह ने मौके पर मौजूद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि “आप सभी के लिए ये किट हमारी संस्था की तरफ से भेंटस्वरूप है, इसे अपने-अपने घर लेते जाइएगा.” इतने पर एक पत्रकार महोदय ने खेद जताते हुए कहा कि “मगर मैं ये किट किसको दूँ, मेरी तो अभी शादी भी नहीं हुई है…?” इसपर हॉल में एक जोरदार ठहाका गूंज उठा. इसी बीच मुस्कुराते हुए संस्था की सचिव अमृता सिंह ने उनसे कहा- “कोई बात नहीं, आप ये किट अपनी माँ एवं बहन के लिए ले जा सकते हैं.”