बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक : अनन्या आनंद की फैमली, पोस्टलपार्क कॉलोनी, पटना

बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक : अनन्या आनंद की फैमली, पोस्टलपार्क कॉलोनी, पटना
        स्पेशल गेस्ट के साथ बोलो ज़िन्दगी की टीम

15 जून, शनिवार की शाम ‘बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक’ के तहत बोलो ज़िन्दगी की टीम (राकेश सिंह ‘सोनू’, प्रीतम कुमार व तबस्सुम अली) पहुंची पटना के पोस्टलपार्क इलाके में गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर बिहार की उभरती कराटे चैम्पियन अनन्या आनंद की फॅमिली के घर जो अभी 10 से 13 जून को नयी दिल्ली में आयोजित सीनियर नेशनल कराटे चैम्पियनशिप 2019 में ब्रॉन्ज मैडल जीतकर पटना लौटी है. फैमली ऑफ़ द वीक में हमारे स्पेशल गेस्ट के रूप में वुशू मार्शलआर्ट की इंटरनेशनल प्लेयर और एन.आई.एस. की कोच नूतन कुमारी भी शामिल हुईं. इस कार्यक्रम को स्पॉन्सर्ड किया है बोलो जिंदगी फाउंडेशन ने जिसकी तरफ से हमारे स्पेशल गेस्ट के हाथों अनन्या की फैमली को एक आकर्षक गिफ्ट भेंट किया गया.

 

                  अनन्या आनंद की फैमिली

फैमली परिचय- कराटे गर्ल अनन्या अभी पटना के टीपीएस कॉलेज में पार्ट 1 की स्टूडेंट हैं और इंग्लिस ऑनर्स से ग्रेजुएशन कर रही हैं. अभी अनन्या इंडियन आर्मी कराटे टीम के साथ आसाम रेजिमेंटल सेंटर, शिलॉन्ग में पिछले एक साल से ट्रेनिंग ले रही है. इसलिए अनन्या अपने फादर के साथ ज्यादातर शिलॉन्ग में ही रहती है. वहीँ से बाहर-बाहर चैम्पियनशिप में भाग लेने चली जाती है.  अनन्या का परिवार अरवल जिले से बिलॉन्ग करता है. इनके पिता श्री ओंकार शरण सिविल इंजीनियर हैं जिनका सेल्फ कंस्ट्रक्शन का बिजनेस है. लेकिन अभी वे अपना बिजनेस बंद करके अनन्या के करियर ग्राफ को बढ़ाने में सहायक की भूमिका में जुटे हुए हैं. अनन्या की माँ श्रीमती आशा कुमारी हाउसवाइफ हैं जो इंग्लिस ऑनर्स से ग्रेजुएट हैं भागलपुर के सुंदरवती महिला कॉलेज से. अनन्या का बड़ा भाई उत्सव आनंद देवघर , बीआईटी मेसरा से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर रहे हैं. अनन्या के दादा जी श्री चितरंजन सिंह सिंचाई विभाग में इंजीनियर थें. दादी का नाम सीता देवी है.  ओंकार शरण जी का 4 साल का भतीजा प्रियांशु राज जो अभी से बॉक्सिंग की क्लास अटेंड कर रहा है.

 

 

अनन्या का अचीवमेंट- अभी अनन्या का वर्ल्ड रैंकिंग 14 वां है. ये अभी अंडर 21 आयुवर्ग प्लस 68 केजी में खेलती है. 2018 -19 में कराटे अंडर 21 आयुवर्ग में अनन्या गोल्ड मैडल जीतनेवाली बिहार की पहली कराटे प्लेयर है. 2018 में एशियन कराटे चैम्पियनशिप में इंडिया के लिए ब्रॉान्ज मैडल जीत चुकी है. 2018 में डाक विभाग, भारत सरकार ने उसके परफॉर्मेंस के लिए अनन्या के नाम से एक डाकटिकट जारी किया. पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी को नेशनल यूनिवर्सिटी गेम में रिप्रजेंट करते हुए 2019 में कराटे में गोल्ड मैडल जीत चुकी है. अनन्या बिहार की पहली कराटे प्लेयर है जिसने नेशनल स्कूल गेम्स 2015 , 2016 और  2017 में ब्रॉन्ज मैडल और 2018  में गोल्ड मैडल जीता है. बिहार की पहली लड़की जिसे वर्ल्ड कराटे फेडरेशन की तरफ से ब्लैक बेल्ट मिला. बिहार की पहली प्लेयर जिसने इण्डिया को रिप्रजेंट करते हुए वर्ल्ड स्कूल गेम्स में सिल्वर मैडल जीता. पहली बिहारी लड़की जिसने कॉमनवेल्थ कराटे चैम्पियनशिप को रिप्रजेंट किया. पहली बिहारी लड़की जिसने कराटे में लगातार चार बार बिहार सरकार द्वारा खेल सम्मान हासिल किया. अनन्या आनंद की पूरी कहानी आप bolozindagi.com के कॉलम ‘शाबाश’ में पढ़ सकते हैं.

बोलो ज़िन्दगी टीम ने पाया कि जहाँ अनन्या के माँ-बाप तो पहले से सपोर्टिव हैं ही, उसके दादा जी भी अनन्या के प्रदर्शन से काफी खुश दिखें और इंटरव्यू के दौरान बीच-बीच में खुद ही अनन्या के कई अचीवमेंट की याद दिलाते रहें. फिर बोलो ज़िन्दगी के रिक्वेस्ट पर वहीँ मौके पर ही अनन्या ने सेल्फ डिफेन्स का एक डेमो भी प्रस्तुत किया और इसमें उनका सहयोग हमारे टीम मेंबर प्रीतम ने बखूबी किया.

 

सन्देश: मौके पर बतौर स्पेशल गेस्ट नूतन कुमारी ने अनन्या की फैमली से मिलकर व खासकर अनन्या के टैलेंट को देखकर अपने सन्देश में कहा कि – “मुझे यहाँ आकर बहुत अच्छा लग रहा है कि आजकल लड़कियों को भी इतना सपोर्ट करनेवाली फैमली है अपने बिहार में. अनन्या की बात करें तो लड़कियों के लिए मार्शल आर्ट चूज करना अपने आप में साहस की बात होती है जो मैंने अनन्या में देखा. अगर अनन्या के पिता जैसा सपोर्ट हर लड़की को अपने पिता से मिले तो अपना सपना पूरा करने में कोई भी लड़की पीछे नहीं रहेगी. अपना काम छोड़कर जिस तरह से अनन्या के पिता अनन्या को अच्छा माहौल दे रहे हैं, हर तरह से उसका सपोर्ट कर रहे हैं तो ऐसे पिता ही आदर्श पिता की श्रेणी में आते हैं.”

 

 

 

 

About The Author

'Bolo Zindagi' s Founder & Editor Rakesh Singh 'Sonu' is Reporter, Researcher, Poet, Lyricist & Story writer. He is author of three books namely Sixer Lalu Yadav Ke (Comedy Collection), Tumhen Soche Bina Nind Aaye Toh Kaise? (Song, Poem, Shayari Collection) & Ek Juda Sa Ladka (Novel). He worked with Dainik Hindustan, Dainik Jagran, Rashtriya Sahara (Patna), Delhi Press Bhawan Magazines, Bhojpuri City as a freelance reporter & writer. He worked as a Assistant Producer at E24 (Mumbai-Delhi).

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