पटना, 1 दिसंबर, “ओ री चिड़ैया….नन्ही सी चिड़िया, अंगना में फिर आ जा रे….” बिटिया को समर्पित और राज्य की बहादुर बेटियों की हौसलाअफजाई हेतु यह गीत गूंज रहा था विद्यापति भवन, पटना के सभागार में. अवसर था ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ की तरफ से आयोजित बिहार की बेटियों के सम्मान समारोह का. इस प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं और बिहार की होनहार बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आये थें बतौर मुख्य अतिथि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के राष्ट्रिय संयोजक श्री राजेंद्र फड़के जी वहीँ विशिष्ठ अतिथि थें बिहार के स्वास्थ मंत्री श्री मंगल पांडेय, कला-संस्कृति मंत्री श्री कृष्ण कुमार ऋषि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री नित्यानंद राय, विधान पार्षद श्री सूरजनंदन कुशवाहा, राष्ट्रिय महिला आयोग की पूर्व सदस्य सुषमा साहू, अमृता भूषण राठौर, माँ जानकी सेना की सजल झा एवं अन्य.
दीप प्रज्वलन के साथ ही कार्यक्रम का आगाज आद्या शक्ति की आवाज में सरस्वती वंदना से हुआ. उसके बाद आद्या शक्ति ने जैसे ही “ओ री चिड़ैया…..” गीत गाना शुरू किया सभागार में बैठे तमाम श्रोता मंत्रमुग्ध से हो गए. वहां मौजूद अतिथियों के सम्बोधन में यही एक बात निकलकर सामने आयी कि “जबतक हम बेटिओं को स्वेक्षा से पंख फ़ैलाने की इजाजत नहीं देंगे तबतक बेटियां संसार रूपी नीले आकाश में ऊंचाई पर जाकर उड़ नहीं पाएंगी. साथ-ही-साथ हमें ऐसा मौहाल बनाना होगा जिससे वे बेख़ौफ़ होकर उन्मुक्त रूप से लम्बी उड़ान भर सकें.”
जिन बेटियों को सम्मानित किया गया उनके नाम निम्नलिखित हैं-
1. चांदनी सिंह– नेशनल कबड्डी कोच ऑफ इंडिया
2. चंदा ठाकुर– सामाजिक संस्था प्लान इंडिया के तहत ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को शिक्षा, स्वास्थ, बाल विवाह आदि मुद्दों पर जाकरूक करती हैं. 11 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 16 लड़कियों में से चंदा ठाकुर को चुना गया और उन्हें एक दिन के लिए अमेरिका का राजदूत बनाया गया.
3. सीखा मेहता- यू ब्लड बैंक की स्थापना कर अभी तक दो हजार व्यक्तियों को मुफ्त में रक्तदान के तहत खून मुहैया कराकर लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा चुकी हैं.
4. रानी सिंह– लोकगीत गायिका, बिहार के पारम्परिक गीतों को अपने सुरों में सजाकर जन-जन तक पहुंचा रही हैं.
5. कुमारी श्वेता– राष्ट्रिय और अंतराष्ट्रीय अवार्ड विजेता फुटबॉल प्लेयर. फुटबॉल के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री भी सम्मानित कर चुके हैं.
6. नेहा सिंह – मिस परफेक्ट की विजेता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और रक्तदान-महादान जैसे सामाजिक पहलू व फैशन में सक्रिय.
7. अंजुला– कत्थक, मणिपुरी,भांगड़ा नृत्य में महारथ हासिल, भारत सरकार द्वारा सम्मानित.
8. ऋचा रश्मि– पटना यूनिवर्सिटी की स्नातकोत्तर की गोल्ड मेडलिस्ट, दिल्ली विश्वविधालय में हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन की पीएचडी शोधार्थी हैं. शास्त्रीय संगीत की कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत.
9. डॉ. अनुजा सिंह– चीफ आईबीएफ विशेषज्ञ, टेस्ट ट्यूब बेबी के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान.
10. आद्या शक्ति– सा रे गा मा पा में पार्टिसिपेंट, नृत्य कला में भी निपुण.
11. अपूर्वा कुमारी– पूर्णिया की अपूर्वा बिहार अंडर 19 क्रिकेट महिला टीम की कप्तान रह चुकी हैं.
इनके अलावा भी अन्य बेटिओं को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के बीच में दर्शकों का मनोरंजन करने कलाकार प्रताप सिंह लेकर आएं लोकगीत “जवन बेटी के देन ह भइया ई दुनिया-संसार….” फिर कार्यक्रम के समापन पर गायिका रानी सिंह ने अपनी लोक गायिकी से सबका मन मोह लिया.
इस कार्यक्रम की आयोजक एवं ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ की प्रदेश अध्यक्ष रीता शर्मा ने ‘बोलो ज़िन्दगी’ को बताया कि “यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी की महत्वकांक्षी योजना है. बेटियों के साथ जो आये दिन अत्याचार, अन्याय हो रहा है और बड़े पैमाने पर जो भ्रूण हत्या हो रही है, जिससे दिन-प्रतिदिन हमारे देश में महिलाओं की संख्या घटती जा रही है. इसपर हमारे प्रधानमंत्री जी ने चिंतन किया और उन्होंने कहा कि जबतक हम इसपर ध्यान नहीं देंगे और कड़े रूप से ऐक्शन नहीं लेंगे तबतक इस देश से भ्रूण हत्या समाप्त नहीं हो सकती है. इसलिए उन्होंने नारा दिया ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’. इसी नारा को सफल करने के लिए हम बिहार प्रदेश में आज ये कार्यक्रम किये जिसमे राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही बेटियों को सम्मानित किया गया.”
इस ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सम्मान समारोह’ का सफल मंच संचालन किया राजेश कुमार उर्फ़ राजू ने और इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जिला संयोजक सीमा सिंह, अनामिका शंकर, कोमल चौधरी, अर्चना ठाकुर, संगीता, आनंद पाठक, अनंत एवं अन्य सहयोगियों ने.