होटल मौर्या में 29 अप्रैल 2023 से चल रहे नेशनल नियोनेटोलोजी फोरम की बिहार शाखा के राज्य स्तरीय अधिवेशन का हुआ समापन | बिहार और बिहार से बाहर आए प्रतिभागियों ने आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ विनोद कुमार सिंह, सचिव डॉक्टर श्रवण कुमार और साइंटिफिक कमेटी के चेयरमैन डॉ ए के जायसवाल और ट्रेजर्र डॉक्टर अनिल कुमार को सफल आयोजन के लिए ढेर सारी बधाइयां दी। इस अवसर पर डॉ अनिल कुमार तिवारी एवं डॉ रश्मि अग्रवाल के संपादकत्व में एक बहु आयामी स्मारिका का भी प्रकाशन किया गया। मुख्य आयोजन से पहले डॉक्टर राकेश कुमार द्वारा नवजात शिशु पुनर्जीवन का एडवांस वर्कशॉप और डॉक्टर सरोज कुमार के नेतृत्व में वेंटिलेटर कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। कई मामलों में यह कॉन्फ्रेंस अविस्मरणीय बना। सबसे पहले नवजात शिशुओं के इंटैक्ट सर्वाइवल (अक्षुण और संपूर्ण जीवन) को अपना थीम घोषित कर भविष्य के लिए बहुत बड़ा लक्ष्य ले लिया गया। कल के डॉक्टर गिरीश गुप्ता के व्याख्यान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा से दूरगामी सोच प्रकट हुई तो आज उन्होंने नवजात शिशु के संदर्भ में संवाद पर चर्चा की। इस कॉन्फ्रेंस में ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड का इस्तेमाल कर अधिक से अधिक जानकारी का आपस में ट्रांसफर हुआ।
आज के सत्र में डॉ राकेश कुमार शर्मा ने नवजात शिशु के शाक के मैनेजमेंट से कार्यक्रम की शुरुआत की। डॉक्टर के के दिवाकर ने नवजात के नेक (आंत में भोजन का प्रवाह रुक जाना), डॉ सरोज कुमार ने नेजल वेंटीलेशन सुगंधा आर्य ने जन्म के तुरंत बाद कंगारू मदर केयर, डॉ अमित कुमार ने एंडोक्राइनल इमरजेंसी और डॉ रूपम रंजन ने बच्चों के सुनने की क्षमता की पहचान पर व्याख्यान दिए। डॉक्टर किशोर कुमार बहुत सारे नवजात शिशु के इंटरेस्टिंग केस पर मिक्स बैग लेकर आए। आज पीजी छात्रों ने अपने फ्री पेपर्स और पोस्टर भी प्रस्तुत किए, जिनके लिए एक्सपर्ट टीम ने उन्हें आगे अच्छा करने के सूत्र दिए।
कार्यक्रम के अंत में वैलिडिटी से सेशन हुआ। इसमें सभी प्रतिभागियों और आयोजकों ने इस बार के आयोजन की खूबियों और खामियों की विवेचना की और अगले साल इसे कैसे और अच्छे से मनाया जाए, इस पर अपने विचार व्यक्त किए। आयोजन सचिव डॉ श्रवण कुमार ने सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद दिया और त्रुटियों के लिए क्षमा याचना की।