पटना, 6 जून, सिन्हा लायब्रेरी रोड स्थित बिहार इंडस्ट्रीस एसोसिएशन के सभागार में ‘आश्रय’ (ओल्ड एज होम) के तीसरे स्थापना दिवस समारोह में जब बुजुर्ग अपने बेटे-बेटियों और पोते-पोतियों संग रैम्प वॉक पर उतरें तो वह नजारा ही देखने लायक था…
रैम्प वॉक करते वक़्त उनके हाथों में तत्ख्तियाँ भी लहरा रही थीं जिसपर लिखें प्रेरक स्लोगन सबका ध्यान अपनी और आकर्षित कर रहे थें.
वो यूँ थें –
“बड़े बुजुर्गों से सीखें कुछ काम की बातें”
“सम्मान करें बुजुर्गों का”
“हमारी धरोहर हमारे बुजुर्ग”
“बुजुर्गों को रखो अपने परिवार के साथ”.
सबके आकर्षण का केंद्र यह रैम्प वॉक श्रीमती प्रीति शाह द्वारा निर्देशित था जिसे एक साथ तीन-तीन पीढ़ियों ने इंज्वाय किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थें- श्री पी. के. अग्रवाल एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में साथ दिया श्री राम लाल खेतान, श्री नवल किशोर अग्रवाल, डॉ. मधु सिन्हा, डॉ. मनोज एवं डॉ. विनीता त्रिवेदी, श्री आलोक स्वरुप, डॉ. शकुंतला ठाकुर, श्री एस. एन. अग्रवाल, श्रीमती प्रीतिलता, श्री संजय मोहनका, श्री राजीव झुनझुनवाला ने.
‘आश्रय’ के संस्थापक श्री अशोक श्रीवास्तव जी ने ‘बोलो ज़िन्दगी’ को बताया कि इसकी स्थापना से बेसहारा बुजुर्गों को राहत मिली है. वहीँ श्री विनोद झुनझुनवाला ने समाज से आग्रह किया कि “इस संस्था को सहयोग करें जिससे यह संस्था ज्यादा से ज्यादा बुजुर्गों की मदद कर सके.”
समारोह में ‘बेटी बचाओ’ नृत्य नाटिका आमद डांस ग्रुप के द्वारा किया गया जिसमे बेटियों पर हो रहे अत्याचार को बड़े ही मार्मिक ढंग से दिखाया गया. नृत्य नाटिका के गीत के बोल “माई के ममता के कैसे छिपाई, आवा बेटी तोहके अचारा में छुपायीं…” ने तो हॉल में बैठे लोगों को भावुक कर दिया. इस नृत्य नाटिका के कलाकार थें – मनीष, पायल, ख़ुशी, सृष्टि एवं अन्य.
डॉ. श्रवण कुमार एवं ट्रस्टी श्रीमती नीना मोटानी ने सारे कार्यक्रम का संचालन बड़ी ही खूबसूरती से किया. इन्होने वृद्धा आश्रम वरदान है या अभिशाप पर एक परिचर्चा भी कराई जिसमे लोगों के विचार कुछ इस तरह थें- “आज के युग में ओल्ड एज होम समाज की जरुरत हो गई है जिसमे बुजुर्ग को अपने साथियों के साथ रहने का मौका मिलता है और एकाकीपन से छुटकारा मिलता है. घर हो या ओल्ड एज होम अगर वातावरण ठीक हो तो जीने का आनंद बुढ़ापे में ही आता है.”
बीच-बीच में माहौल में हर्षोउल्लास के रंग घोलने के कई उम्दा प्रबंध किये गए थें. जब स्टेज पर आते ही डॉ. मनोज एवं डॉ. विनीता ने युगल गीत “छुप गए सारे नज़ारे वाह क्या बात हो गयी…” गाया तो दर्शकों की जोरदार तालियों ने उनकी खूब हौसला अफजाई की. वहीँ 57 वर्षीय डॉ. मधु सिन्हा ने गीत ”होठों पर ऐसी बात छुपाकर चली आयी…” पर जब सोलो डांस परफॉर्मेंस किया तो देखनेवाले उन्हें मंत्रमुग्ध होकर बस देखते ही रह गए.
अंत में ‘आश्रय’ के संस्थापक श्री अशोक श्रीवास्तव ने वहां मौजूद युवाओं को यह शपथ भी दिलवाई कि –
“मैं बुजुर्गों का आदर एवं सम्मान करता रहूँगा, अपने परिवार में, अपनी बिरादरी में और आम समाज में.”
“मैं हमेशा बुजुर्गों का आभार मानता रहूँगा शब्दों में, अपने कार्यकलाप में और सदा इस बात पर गौर करूँगा कि ये बुजुर्ग हमारे समाज के प्रमुख अंग हैं.”