20 जुलाई , शनिवार की शाम ‘बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक‘ के तहत बोलो ज़िन्दगी की टीम (राकेश सिंह ‘सोनू’, प्रीतम कुमार व तबस्सुम अली) पहुंची पटना के नागेश्वर कॉलोनी में भजन गायिका श्रीमती पूनम धानुका मोर जी के घर. फैमली ऑफ़ द वीक में हमारे स्पेशल गेस्ट के रूप में बिहार गौरव से सम्मानित वरिष्ठ गायक सत्येंद्र संगीत जी भी शामिल हुएं. इस कार्यक्रम को स्पॉन्सर्ड किया है बोलो जिंदगी फाउंडेशन ने जिसकी तरफ से हमारे स्पेशल गेस्ट के हाथों पूनम जी की फैमली को एक आकर्षक गिफ्ट भेंट किया गया.
फैमली परिचय– पूनम धानुका मोर जी के हसबैंड श्री सुनील मोर इन्कमटैक्स सेलटेक्स डिपार्टमेंट में एडवोकेट हैं, उनका भतीजा उनके ही साथ रहता है जो सीए है और उसकी पत्नी भी सीए है. भतीजा का नाम है पंकज मोर और उसकी पत्नी एकता मोर जो घर के ही एक कंसल्टेंसी फर्म में काम करते है. पूनम जी के दो बच्चे हैं. बड़ा बेटा है कार्तिक मोर, छोटा बेटा है तेजस मोर और दोनों ही इंजीनियरिंग लाइन में हैं. बड़ा बेटा हैदराबाद में तो छोटा केरल में है.
पूनम जी का मायका है रांची. ये तीन बहने हैं और तीनों की शादी एक ही घर में हुई है. ये एक यूनिक चीज है कि तीन सगी बहनों की शादी एक ही घर के तीन सगे भाइयों से हुई है. इसलिए उनके भतीजा-भतीजी उन्हें चाची ना बोलकर मौसी ही बोलते हैं. ऐसे तो पूनम जी का ससुराल है दुमका में जहाँ इनकी पूरी ज्वाइंट फैमिली रहती है.
पूनम धानुका मोर का टैलेंट – पूनम जी बोलो ज़िन्दगी को बताती हैं, “नार्मली हॉउस वाइफ की ज़िन्दगी जी रही थीं लेकिन अब तीन-चार सालों से भजन गायिकी कर रही हूँ. बचपन का शौक था भजन गाना. पहले पटना में ही लोकल गाती थी लेकिन अब बाहर भी जाने लगी हूँ. मैं चूँकि राजस्थान कल्चर से बिलॉन्ग करती हूँ और माड़वाड़ियों में जो हमारा होता है श्याम जी का पाठ, मंगल पाठ, दादी जी का पाठ, भजन कीर्तन, अखंड ज्योत ये सारे भजन से रिलेटेड जितने भी प्रोग्राम होते हैं करती हूँ. इस तरह के प्रोग्राम में मैंने देखा है कि लोग लाऊड भी गाते हैं लेकिन मुझे शौक है कि मैं थोड़े शांत भाव के भजन गाउँ.”
उपलब्धि – पूनम जी ने बताया कि, “2016 में मेरा म्यूजिक एल्बम आया था ‘मंदिर सज गया प्यारा-प्यारा’ जिसमे 25 भजन हैं. उसमे देवी गीत, श्याम जी और हनुमान जी के भी गीत हैं. अगले हफ्ते एक और एल्बम के लिए शूट होने वाला है, पहले उस भजन का वीडिओ एल्बम मैं अपने यू ट्यूब पर डालूंगी. मेरा यू ट्यूब चैनल है मोर फिल्म्स उसमे मेरे जितने भी स्टेज प्रोग्राम हैं उसके लाइव और ऑडियो सॉन्ग्स मिल जायेंगे. मैं इधर खुद से भजन लिखना भी शुरू की हूँ. धुन भी दिमाग में आ जाता है. बिहार में समस्तीपुर,सिवान और दरभंगा जा चुकी हूँ. बिहार के बाहर की बात करूँ तो मैंने लखनऊ में बड़ा स्टेज प्रोग्राम किया है, वहां 26 जनवरी को हमेशा डोली उत्सव प्रोग्राम होता है जहाँ दो जोड़ों की शादी कराई जाती है, उनके प्रोग्राम में मैं गा चुकी हूँ. दादी मंगल पाठ में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आता है.”
स्ट्रगल – पूनम जी आगे बताती हैं कि, “थोड़ा स्ट्रगल इसलिए करना पड़ा क्यूंकि पहले फैमिली से इजाजत नहीं मिली थी लेकिन चूँकि मेरे हसबैंड बहुत सपोर्टिव हैं और उन्होंने कभी भी मुझे किसी भी चीज के लिए रोका नहीं. जब मेरे दोनों बच्चे बड़े हो गएँ और बाहर चले गएँ तो लगता था कि मुझे भी कुछ करना चाहिए. तो मैं पहले हसबैंड के साथ ऑफिस करती थी. घर पर हमारा ऑफिस था तो मैंने ऑफिस ज्वाइन कर रखा था लेकिन जब घर से बाहर ऑफिस शिफ्ट हुआ तो मैंने छोड़ दिया. फिर मुझे दिनभर घर में यूँ ही खाली रहना अच्छा नहीं लगता था तो मैंने बचपन के शौक सिंगिंग पर ध्यान दिया. मैंने अभी तक कहीं किसी गुरु से संगीत की कोई शिक्षा नहीं ली है. धीरे-धीरे खुद से सीख भी रही हूँ और गा भी रही हूँ. दो साल पहले भारतीय नृत्य कला मंदिर में श्री मनोरंजन ओझा जी के पास गयी थी लेकिन एक महीने से ज्यादा कंटीन्यू सीख नहीं पायी क्यूंकि बीच में घर-गृहस्थी की थोड़ी प्रॉब्लम आने लगी. उसकी वजह से वो लिंक टूट गया लेकिन अब फिर से मैं उनसे सीखना चाहती हूँ. ”
फिर बोलो ज़िन्दगी की फरमाइश पर पूनम मोर जी ने अपने मूड के भजन गीत गाकर सुनाएँ जो कर्णप्रिय लगें.
पूनम धानुका मोर जी को गायिकी का टिप्स और शुभकामना देने के बाद हमारे स्पेशल गेस्ट सत्येंद्र संगीत जी ने जाते-जाते बोलो जिंदगी के रिक्वेस्ट पर अपनी मधुर आवाज में भजन और सावन का कजरी गीत गाकर भी सुनाया.
पूनम धानुका मोर जी के यू ट्यूब चैनल का लिंक है :- https://www.youtube.com/watch?v=dubr6CAHx38