(रिपोर्टिंग, प्रीतम कुमार) पटना, वह घर से साइकल पर हारमोनियम बांधे निकले थें और वासेपुर में गाना गाते हुए सीधे ‘बिग बॉस’ के घर में पहुँच गएँ. आज हम बात कर रहे हैं दीपक ठाकुर की जो ‘बिग बॉस’ के उप विजेता होकर भी देशवासियों की नजर में विजेता बने हैं.
दीपक पिछले साढ़े तीन महीने से कलर्स चैनल पर धूम मचाने के बाद आज अपने बिहार लौट आए. 31 दिसंबर, 3 बजे दीपक फ्लाइट से सीधे पटना एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं और अपने वादे के मुताबिक वहां से ‘बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स’ के हॉल में आने की तैयारी कर ही रहे होते हैं कि लोगों के भारी हुजूम और मीडियावालों की भीड़ ने उन्हें जकड़ लिया. फिर काफी जद्दोजहद के बाद भीड़ से निकले ही थे कि मुजफ्फरपुर से उनके दोस्तों और प्रशंसकों की टोली एयरपोर्ट पहुंचती है और दीपक को सीधे अपने साथ मुजफ्फरपुर ले जाती है. और इधर ‘बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स’ में समाजसेवी मुकेश हिसारिया द्वारा दीपक ठाकुर के लिए आयोजित सम्मान समारोह में जहां दीपक को पीएमसीएच के लावारिश मरीजों के मसीहा गुरमीत सिंह द्वारा सम्मानित किया जाना था, दीपक के आने की ताक लगाए तमाम मीडियाकर्मी बैठे ही रह गए. तभी मुकेश हिसारिया जी को दीपक ठाकुर द्वारा मैसेज मिलता है कि वो आज इस समारोह में किसी अपरिहार्य कारणवश सिरकत नहीं कर सकते इसका उन्हें खेद है.
बाद में मुकेश हिसारिया ने ‘बोलो जिंदगी’ को बताया कि “पहली बार कोई बिहारी ‘बिग बॉस’ के टॉप फाइनलिस्ट में जगह बनाने में कामयाब हुआ है. जिस तरह से अपनी बहनों की शादी वास्ते 20 लाख रुपये लेकर दीपक ने बीच में ही गेम से क्विट कर लिया बस वही बात हमारे दिल को छू गयी. और हमने फैसला लिया कि दीपक के मुंबई से पटना लौटने पर उनका अभिनंदन करेंगे, इस वजह से आज इस आयोजन को रखा गया था. आज जैसे ही दीपक से हमें कन्फर्मेशन मिला हमने तुरंत तैयारियां शुरू कर दीं, और महज एक-डेढ़ घंटे में मीडिया बंधुओं सहित 1000 लोगों की भीड़ यहाँ जुट गयी जिससे हम आह्लादित थें.” साथ-ही-साथ मुकेश ने यह भी बताया कि हर साल जो हमलोग 51 जोड़ियों कि शादी करते हैं उस दौरान कुछ बिहार का नाम रौशन करनेवाले बिहारियों को सम्मानित किया जाता है. तो आगामी जुलाई, 2019 में होनेवाली 51 जोड़ियों की शादी के आयोजन में हमने फैसला किया है ‘बिग बॉस’ फेम दीपक ठाकुर और न्यूज एंकर अंजना ओम कश्यप को सम्मानित करेंगे.”
मौके पर मौजूद राष्ट्रिय महिला आयोग की पूर्व सदस्य सुषमा साहू ने अपने विचार रखते हुए कहा कि – “दीपक आज जिस मुकाम तक पहुंचे हैं उसमे राज्य में रह रहे बिहारियों और राज्य के बाहर रहनेवाले बिहारियों का बहुत बड़ा योगदान है. बिहार के लोगों में टैलेंट की कमी नहीं है बस उन्हें दीपक जैसा सही प्लेटफॉर्म नहीं मिल पाता है.”
ख़ैर दीपक तो नहीं आए मगर वहां बैठे लोग बैठे ही रहे. और मुकेश हिसारिया द्वारा कुछ सामाजिक कार्यों पर बात चलने लगी. सभा में मौजूद चर्चित समाजसेवी गुरमीत सिंह ने समाज के प्रति निस्वार्थ भाव से किए जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला और उनकी प्रेरणादयक बातों ने वहां मौजूद लोगों को ठहरने पर मजबूर कर दिया. गुरमीत सिंह ने यह भी बताया कि “अपनी कमाई का 10% हिस्सा गरीबों के लिए बचाकर आप उसका सही इस्तेमाल कर सकते हैं. अपनी फैमिली में होने वाले फिजूलखर्ची, जैसे जन्मदिन की व्यवस्थाएं जो काफी महंगी होती हैं अगर हम उनसे बचें तो गरीबों-जरूरतमंदों के लिए बहुत बेहतर मदद कर सकते हैं.”
मुकेश हिसारिया ने वहां मौजूद तमाम मीडियाकर्मियों को दीपक ठाकुर के पिता का नंबर उपलब्ध कराया ताकि सभी अपने स्तर पर अगर चाहें तो दीपक से बात कर सकें. रात में ‘बोलो जिंदगी‘ से जब दीपक ठाकुर के पिता की बात हुई तो उन्होंने कहा कि “दीपक मुजफ्फरपुर पहुंचकर अभी लाइव इंटरव्यू दे रहे हैं…., और यहाँ अभी कुछ और प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि उनके इंटरव्यू के इंतज़ार में बैठे हुए हैं.”