Ravian Pharmaceuticals Ltd. और Rbin Laboratories Pvt. Ltd. फार्मा मार्केटिंग कम्पनी के मैनेजमेंट डायरेक्टर राकेश मिश्रा जी 25 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गयें. फ़िर इन्हें बचाते हुए इनके डॉक्टर बेटा-बहु भी संक्रमण के शिकार हो गयें. उन्हें घर में ही कोरन्टीन रखा गया. राकेश जी कोरोना से फाइट करते रहें और 12 मई को पूरी तरह स्वस्थ हुयें.
राकेश जी की Ravian Pharmaceuticals Ltd. और Rbin Laboratories Pvt. Ltd. यह दो कम्पनी अमूमन उत्तरी भारत में कई राज्यों में दवा की मार्केटिंग करती है, वहीं हिमाचल प्रदेश में उनकी तीन दवा निर्माण की फैक्ट्री है जो WHO सर्टिफ़ाइड है और अनेक मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए मेडिसिन बनाती हैं. वर्तमान में राकेश मिश्रा जी लायंस क्लब पटना क्वेस्ट के प्रेसिडेंट भी हैं. चूंकि ये पिछले 25 सालों से लायंस क्लब से जुड़े रहे हैं तो इस दौरान क्लब के साथ मिलकर 20-25 सालों से बिहार में मेडिकल कैम्प आयोजित करते रहे हैं जहां इन्होंने निःशुल्क दवाइयों का वितरण भी किया है. तो जब इस कोरोना काल में समाज को कुछ देने की बारी आई तो राकेश मिश्रा जी ने लायंस क्लबों से मदद लेने की सोची. क्लब के मेम्बर्स, प्रेसिडेंटों से बात की कि वे उनके अभियान से जुड़कर उनका सहयोग करें.
राकेश जी का मानना है कि डॉक्टर और पुलिस जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स में जहाँ डॉक्टर्स हर तरह से अवेयर होते हैं, पुलिस को दवाओं का उतना ज्ञान नहीं होता है. इसलिए उन्होंने सेवा के लिए पुलिस को चुना. क्योंकि पुलिसकर्मी आये दिन भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाते हैं तो उनको बीमार पड़ने का ख़तरा ज्यादा होता है. फिर राकेश मिश्रा जी ने पटना के बड़े पुलिस पदाधिकारियों से बात की कि वे अपनी ओर से प्रत्येक थानों में कार्यरत पुलिसकर्मियों व स्टाफ़ को सेनेटाइजर व विटामिन सी की एक महीने की गोली निःशुल्क देना चाहते हैं.
परमिशन मिलते ही लायंस क्लब के इनके सहयोगी मेम्बर्स व डॉक्टर्स एक-एक कर पटना के प्रत्येक थानों में जाना शुरू कियें. उस दौरान कई थाने सैनेटाइज भी किये गयें. साथियों ने पूछकर पता लगाया कि एक थाने में कितने पुलिसकर्मी व स्टाफ हैं फ़िर उसी हिसाब से उनके बीच दवा व सेनेटाइजर वितरित किये गयें. इसी तरह चार-पाँच दिन तक यह अभियान चलता रहा.
इसी क्रम में उन्होंने ट्राफ़िक के बड़े पदाधिकारी से बात की और पटना के 1200 ट्राफ़िक पुलिसकर्मी के लिए एक महीने के लिए विटामिन सी की गोली एवं महीने दिन के लिए सेनेटाइज़र की व्यवस्था करवाई.
उसके बाद राकेश जी ने अपने क्लब के सहयोगियों से कहा कि आप सड़कों पर जाइये और वहाँ ट्रैफिक चौकी, पुलिस जिप्सी में ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मियों को भी दवा व सेनेटाइजर उपलब्ध कराइये.
इतना ही नहीं राकेश जी ने पटना में दो जगह डिस्पेंसरी की व्यवस्था भी करवाई. एग्जीविसन रोड स्थित हरिनिवास कॉम्प्लेक्स और कंकड़बाग स्थित श्रीराम टावर में जहाँ कोई भी मरीज अपना प्रिस्क्रिप्शन दिखाकर कोविड की आम दवाएं निःशुल्क ले जा सकता था. मशवरा देने के लिए वहाँ क्लब के डॉक्टर्स भी बैठ गयें.
बहुत सारे पुलिस पदाधिकारियों, एमएलए और विधायकों ने भी राकेश जी से सम्पर्क किया और उनसे दवा व सेनेटाइजर लेकर अपने-अपने इलाके-मोहल्ले में 12 मई से लोगों में मेडिसिन बाँटना शुरू किया. अबतक क़रीब 22 हज़ार सेनेटाइजर और 22 हज़ार एक महीने की विटामिन सी दवा वितरित की जा चुकी है.
जैसे कुछ दिन पहले की बात ले लें. सीतामढ़ी क्लब ने राकेश जी से मेडिसिन मांगा तो इन्होंने उन्हें दवा भेज दिया. फिर क्लब के डॉक्टर्स ने वहाँ के स्थानीय मुखिया और एमएलए को जनसेवा में सहयोग के लिए कहा और उनकी सहभागिता के बाद सैकड़ों ज़रूरतमंद लोगों तक दवाएं पहुँच गयीं.
बोलो ज़िंदगी के साथ विशेष बातचीत में राकेश मिश्रा जी कहते हैं, “ये जनसेवा के कार्य मेरे अकेले बुते की बात नहीं है. अगर बिहार के उद्योगपति, प्रशासन और सामाजिक संगठन एकसाथ मिल जाएं तो बहुत बड़े स्तर पर जनसेवा के कार्य को अंजाम दिया जा सकता है.”