हरी-हरी साड़ियों में नाचती-झूमती-इठलाती हुई महिलाओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो सच में धर ...
हरी-हरी साड़ियों में नाचती-झूमती-इठलाती हुई महिलाओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो सच में धरती पर हरियाली ओढ़े सावन उतरकर झूम रहा हो. यह नजारा था पटना, 12 अगस्त की शाम लाला लाजपत राय हॉल म ...