मेरा जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के छपरा धरमपुर गांव में हुआ. दो-तीन कक्षा तक अपने गांव के स्कूल में पढ़ ...
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एक कविता मैंने शादी के बाद लिखी थी ‘चुटकी भर सेनुर’ : दीप्ति कुमार, कवियत्री एवं इकोनॉमिक्स टीचर, संत डॉमनिक सेवियोज हाई स्कूल, नासरीगंज
एक कविता मैंने शादी के बाद लिखी थी ‘चुटकी भर सेनुर’ : दीप्ति कुमार, कवियत्री एवं इकोनॉमिक्स टीचर, संत डॉमनिक सेवियोज हाई स्कूल, नासरीगंज
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पांच सालों तक मैं ससुलाल में कोई सूट नहीं पहनी था : देवयानी दुबे , प्रदेश महासचिव, जदयू (युवा)
पांच सालों तक मैं ससुलाल में कोई सूट नहीं पहनी था : देवयानी दुबे , प्रदेश महासचिव, जदयू (युवा)
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चूल्हा-छुलाई की रस्म में मुझे हलवा बनाने को कहा गया जबकि मुझे खाना बनाना नहीं आता था : प्रेरणा प्रताप, एंकर, बिहार बिहान (दूरदर्शन बिहार)
चूल्हा-छुलाई की रस्म में मुझे हलवा बनाने को कहा गया जबकि मुझे खाना बनाना नहीं आता था : प्रेरणा प्रताप, एंकर, बिहार बिहान (दूरदर्शन बिहार)