पटना, 15 दिसंबर, "हिन्दी रंगमंच के लिए लिखे जा रहे नाटकों की संख्या कम है. ऐसे में 'अपनी कथा कहो..' के ना ...
पटना, 15 दिसंबर, "हिन्दी रंगमंच के लिए लिखे जा रहे नाटकों की संख्या कम है. ऐसे में 'अपनी कथा कहो..' के नाटक एक सांस्कृतिक रचनिर्मिता के साथ नाट्य साहित्य को समृद्ध करने का काम करते हैं." उक्त उदगार का ...