Children
  • कविता - बचपन के दिन

    लौटा दो मुझे मेरे बचपन के वह दिन, बिन चिंता के ही कट जाते सारे दिन। घर में होते थे दादा-दादी, नाना-नानी, ...

    लौटा दो मुझे मेरे बचपन के वह दिन, बिन चिंता के ही कट जाते सारे दिन। घर में होते थे दादा-दादी, नाना-नानी, गोद में सुनाते राजा-रानी की कहानी। घंटो गोदी बिठाते शिकायत ना करते, उठ जाएगा सोते रहने दे सभी स ...

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