मेरा जन्म आरा के बाबूबाजार मोहल्ले में हुआ था. मेरे पिताजी बिहार सरकार की सेवा में थे लेकिन उनका रंगमंच स ...
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‘गांधी’ फिल्म ने मुझे डायरेक्शन की तरफ आकर्षित कर दिया : किरणकांत वर्मा, भोजपुरी फिल्म निर्देशक
‘गांधी’ फिल्म ने मुझे डायरेक्शन की तरफ आकर्षित कर दिया : किरणकांत वर्मा, भोजपुरी फिल्म निर्देशक
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शादी बाद पत्नी को तौफे में विनोबा भावे जी की पत्रिका दी थी तब वह चौंक पड़ी थीं : डॉ. जगन्नाथ मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
शादी बाद पत्नी को तौफे में विनोबा भावे जी की पत्रिका दी थी तब वह चौंक पड़ी थीं : डॉ. जगन्नाथ मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
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8 साल जॉब करने के बाद मैंने अपना खुद का बिजनेस खड़ा किया : गुरुदयाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष, ‘पंजाबी बिरादरी’,पटना
8 साल जॉब करने के बाद मैंने अपना खुद का बिजनेस खड़ा किया : गुरुदयाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष, ‘पंजाबी बिरादरी’,पटना
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जब शादी के बाद ससुराल पहुंची तो रिवाज की वजह से मुझे सबके सामने गाना पड़ा : माया शंकर, प्रोफ़ेसर, पटना यूनिवर्सिटी एवं चेयरपर्सन ऑफ़ ‘स्पीक मैके’,पटना
जब शादी के बाद ससुराल पहुंची तो रिवाज की वजह से मुझे सबके सामने गाना पड़ा : माया शंकर, प्रोफ़ेसर, पटना यूनिवर्सिटी एवं चेयरपर्सन ऑफ़ ‘स्पीक मैके’,पटना
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पुलिस सर्विस में आने के बाद भी फिजिक्स- मैथेमैटिक्स बुरी तरह से मेरे दिलो-दिमाग में फंसा हुआ था : अभयानंद, पूर्व डीजीपी,बिहार
पुलिस सर्विस में आने के बाद भी फिजिक्स- मैथेमैटिक्स बुरी तरह से मेरे दिलो-दिमाग में फंसा हुआ था : अभयानंद, पूर्व डीजीपी,बिहार
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फणीश्वरनाथ रेणु की वजह से पहली बार मैंने पी ली थी : कृष्णानंद, भूतपूर्व सहायक संपादक, इंडियन नेशन, पटना एवं ऐतिहासिक उपन्यासकार
फणीश्वरनाथ रेणु की वजह से पहली बार मैंने पी ली थी : कृष्णानंद, भूतपूर्व सहायक संपादक, इंडियन नेशन, पटना एवं ऐतिहासिक उपन्यासकार
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गाँधी जी से नहीं मिल पाने का मलाल रहा : डॉ. रज़ी अहमद, फाउंडर एवं डायरेक्टर, पटना गाँधी संग्रहालय
गाँधी जी से नहीं मिल पाने का मलाल रहा : डॉ. रज़ी अहमद, फाउंडर एवं डायरेक्टर, पटना गाँधी संग्रहालय