पटना, 27 मार्च, डॉ. ए. के. जायसवाल पूर्व अध्यक्ष ने मैडल पहनाकर डॉ. श्रवण कुमार को नेशनल नेवाटोलॉजी फोरम बिहार शाखा, सत्र 2022/23 का अध्यक्ष भार सौंपा। वहीँ संस्था का सचिव डॉ. अनिल कुमार और कोषाध्यक्ष डॉ. अरविन्द ओझा को बनाया गया. इस अवसर पर राज्य के कोने कोने से 50 से ज्यादा शिशुरोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे डॉ. निगम प्रकाश नारायण जिहोंने संस्था को पूर्ण सहयोग एवं मार्ग दर्शन देने का वचन दिया।
इस अवसर पर डॉ. श्रवन कुमार ने कहा कि “बिहार में नवजात शिशु मृत्यु दर अभी 27 है जो अन्य राज्यों से बहुत अधिक है।
अतः यहाँ के शिशु चिकित्सकों के प्रशिक्षण से ही बिहार में नवजात शिशुओं की चिकित्सा में सुधार आएगा।”
साथ मे एक परिचर्चा हुईं सर्फेक्टेंट (surfactant) कैसे दिया जाय ?
डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि “सर्फेक्टेंट एक तरल औषधी है जिसे सांस की नली द्वारा नवजात शिशु के फेफड़े में डाला जाता है जिससे उसके फेफड़े का सिकुड़ना बन्द हो जाता है और शिशु के बचने की संभावना बढ़ जाती है।”
परिचर्चा में भाग लिया pmch के शिशु रोग विभाग के प्रधान डॉ ए के जायसवाल, डॉ श्रवन कुमार, डॉ सरोज कुमार,डॉ अमित कुमार, डॉ अभिनाश कुमार एवं परिचर्चा का संचालन डॉ. सुशील पाठक ने किया।
डॉ. सरोज ने बताया कि “समय से पहले जन्मे premature शिशुओं को बचाने के लिए सर्फेक्टेंट एक रामबाण मेडिसिन है।” इसे कैसे दिया जाय और क्या सावधान बरती जाय। इस पर विस्तार से जानकारी दी गई।
मौके पर मौजूद थे गया से आये डॉ शिव बचन सिंह, बिहारशरीफ से डॉ श्याम बिहारी, डॉ रूपेश कुमार, डॉ मधु सिन्हा, डॉ परमेश्वर प्रसाद, डॉ बिरेन्द्र कुमार सिंह आदि।