हाल ही में ‘हैलो कौन ?’ गाने से चर्चित हुईं गायिका बिहार की स्नेह उपाध्या को यह जरा भी अंदाजा नहीं था कि अचानक देश लम्बे समय तक के लिए लॉक डाउन हो जायेगा और वो चाहते हुए भी अपने घर नहीं लौट पाएंगी. फ़िलहाल स्नेह मुंबई में फंसी हुई हैं और पूरे देश की सिचुएशन देखकर उन्हें अपने फैंस का ख्याल आया और उन्हें एहसास हुआ कि वे भी तो ठीक उनकी तरह ही कहीं-ना कहीं फंसे होंगे. इसलिए लॉक डाउन के हालात को देखते हुए वो अपने फैंस को संदेश देना चाहती हैं, यहाँ प्रस्तुत है स्नेह के दिल की आवाज स्नेह की ही जुबानी ……..
“सबसे पहले मैं ये बोलना चाहूँगी कि ये कोरोना से इस वक़्त हमारा पूरा देश परेशान है वो किसी एक की निजी लड़ाई नहीं बल्कि हम सबकी लड़ाई है. कोरोना में जो भी लोग अभी फंसे हैं ये लड़ाई सभी को साथ मिलकर लड़नी है. मुझे पता है सभी लोग प्रॉब्लम में हैं, सभी लोग इस वक़्त हर जगह कहीं ना कहीं फंसे हुए हैं. अपनी फैमिली से दूर हैं, मैं खुद अपनी फैमिली से दूर हूँ और हमलोग एक साथ नहीं हैं. मैं अभी इस वक़्त मुंबई में हूँ. बहुत सारी दिक्कतों का सामना कर रही हूँ, बाहर भी नहीं जा सकती. बहुत सारी प्रॉब्लम यहाँ पर भी हो रही है, मैं भी चाहती हूँ कि जल्दी अपने घर जाऊं, इस हालात में अपनी फैमिली के साथ रहूं, क्यूंकि हर कोई चाहता है कि वो इन हालातों में अपनी फैमिली के साथ रहे.
लेकिन जैसा कि देश में ये 21 दिनों का लॉक डाउन है , मैं मानती हूँ कि थोड़ी कठिनाई है, लेकिन हमलोगों को ही इसको फेस कर इससे बचने का समाधान निकालना है. इस सिचुएशन से हमे ही लड़ना होगा क्यूंकि सबको पता है कि इस मर्ज का कोई कारगर इलाज नहीं है. सरकार हमसे बोल ही सकती है, सिर्फ रिक्वेस्ट कर सकती है लेकिन इसका पालन करना ना करना हमारे यानि जनता के हाथ में है. तो बस इतना ही बोलूंगी कि हमलोग जो प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं शायद आनेवाले दिनों में जब इससे बाहर निकलेंगे तो एक अच्छी लाइफ हमारा इंतज़ार कर रही होगी, फिर से हम खुलकर जी रहे होंगे. वरना ये लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी अगर ये बीमारी दूर नहीं हुई तो कहीं ना कहीं हम उसी दहशत में जी रहे होंगे तो बस मैं इतना ही बोलूंगी कि जितने भी लोग मुझसे जुड़े हैं, जितने भी लोग मुझे फॉलो करते हैं, मुझे प्यार करते हैं बस उनसे मेरी रिक्वेस्ट है कि आप जहाँ पर भी हैं सेफ्टी से रहिये. मैं ये नहीं कहूँगी कि आप परेशान हैं तो उस चीज को जाहिर ना करें, आपकी जो भी परेशानी है आप ज़रूर बोलें, सरकार तक अपनी बात अवश्य पहुंचाएं. आपको बहुत इमरजेंसी में कहीं पर जाना है तो सरकार से इसके लिए रिक्वेस्ट करें लेकिन जहाँ पर भी हैं, जैसे भी रहें, पूरी सेफ्टी के साथ रहें, जो भी सरकार की तरफ से निर्देश दिए जा रहे हैं उसे ज़रूर फॉलो करें. मेरी दुआएं आप सबके साथ हैं.”