हरी-हरी साड़ियों में नाचती-झूमती-इठलाती हुई महिलाओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो सच में धरती पर हरियाली ओढ़े सावन उतरकर झूम रहा हो. यह नजारा था पटना, 12 अगस्त की शाम लाला लाजपत राय हॉल में सामयिक परिवेश और रेड रति की तरफ से आयोजित “सावन को झूम कर आने दो” सावन महोत्सव का जिसका आयोजन ममता महरोत्रा, विभा सिंह, पूनम सलूजा, उज्जवल कुमार, संजीव रंजन और अमन कश्यप ने संयुक्त रूप से किया.
सावन क़्वीन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए वहां मौजूद थीं – हरप्रीत कौर, नूतन सिन्हा, मीनाक्षी सिन्हा, शालिनी गौरव , अंकिता जैन, रूबी सिंह, सुमन सिंह , वंदना मिश्रा, रंजीता कुमारी, प्रियंका वर्मा, डॉ.सुनीता कुमारी, साधना भूषण, हर्षा सिंह, अर्चना एंजल, नीलू सिंह, कुमुद सिन्हा, प्रीति शाह एवं अन्य.
कार्यक्रम की शुरुआत शालिनी गौरव के क्लासिकल नृत्य से होती है. फिर आशा श्रीवास्तव की गायकी ‘आदमी मुसाफिर है आता है जाता है…’ ह्रदय को स्पर्श करती है. जब लता जी स्टेज पर आयीं तो ‘चूड़ी मजा न देगी कंगन मजा न देगा तेरे बगैर साजन सावन मजा न देगा’ जैसे कई सावन स्पेशल सांग्स के मुखड़ों पर मनभावन नृत्य किया. उसके बाद ‘नजर जो तेरी लागी मैं दीवानी हो गयी..’ सॉन्ग पर श्वेता ने अपने डांस से सबको दीवाना बना दिया. इतने में स्टेज पर सबसे कम उम्र की अदाकारा नन्ही सी बच्ची सगुनी डांस करने आयीं “नाचूं मैं आज छम-छम….” फिर प्रियंका जी ने ‘वन्देमातरम, ताकत वतन की हमसे है, कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो, ए मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी’ देशभक्ति गीतों पर भावपूर्ण नृत्य किया. सुनीता ने डांस किया ‘अरे-रे मेरे ढोलना’ गीत पर तो वहीँ विनीता ने ‘आजा नच ले नच ले मेरे यार तू नच ले’ गीत पर खूब नच के दिखाया….
इसके बाद हैपी बर्थ डे सॉन्ग पर बर्थ डे लेडीज ने रैम्प वॉक किया फिर सबने मिलकर केक कटा….’बोलो ज़िन्दगी’ के पूछने पर सामयिक परिवेश की विभा सिंह ने बताया कि “सामयिक परिवेश क्लब की जिन सदस्यों का जन्मदिन सावन के महीने में होता है उनका हम इसी तरह से एक-साथ बर्थडे सेलिब्रेट करते हैं.” बर्थ डे केक को काटा दिव्या यादव, निवेदिता सिंह, पूनम भूषण, सोनी सहाय, श्वेता सही और पूजा कुमारी ने.
‘थम के बरस-जरा थम के बरस मुझे साजन के पास जाना है…’ इस गीत पर नृत्य करते हुए अंकिता ने पूरे माहौल को रिमझिम फुहारों से भीगा दिया. इसके बाद सावन क्वीन के रैंप वॉक का फर्स्ट राउंड शुरू हुआ. उनके इठलाते-बलखाते क़दमों की चाल से रैम्प भी सावनमय हो गया.
फिर स्कूल की बच्चियों का ग्रुप डांस शुरू हुआ. ‘मैया यशोदा ये तेरा कन्हैया…’ गीत पर अनन्या, साक्षी, आस्था, रिया, वार्शिका ने संयुक्त रूप से भाग लिया. फिर दृष्टा दिशा का क्लासिकल डांस ने सबका ध्यान आकर्षित किया.
उसके बाद ‘जय जय शिव शंकर कांटा लगे न कंकड़….’ सॉन्ग पर परफॉर्मेंस करने जब अर्चना एंजल और अजितेश इन माँ बेटे की हिट जोड़ी आयी तो एक पल के लिए सबको इमोशनल कर गयी.
फिर सारा, सोनाली, काव्या आदि बच्चियों ने एक से बढ़कर एक सोलो डांस का परफॉर्मेंस दिया. फिर बच्चियों यानि प्रिंसेस का रैंप शो हुआ जो थोड़ा हटकर यानि डांस करने की मुद्रा में हुआ.
उसके बाद मेहँदी कम्पटीशन की विजेताओं को सम्मानित किया गया. पहले टॉप 5 चुनकर उनमे से तीन को पुरस्कृत किया गया. रंजू सरवाल फर्स्ट, संजना झा सेकेण्डऔर नूतन सिन्हा थर्ड आयीं.
फिर स्वान क्वीन फ़ाइनल राउंड के लिए 5 सावन क़्वीन को स्टेज पर बुलाया गया. जब कंटेस्टेंट न.10 से उनके शौक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया सिंगिंग और परफॉर्म किया दमादम मस्त कलंदर सॉन्ग पर. नंबर 11 ने हॉबी बताई कवितायें लिखना. नंबर 12 ने हॉबी बताई ट्रैवलिंग एन्ड रीडिंग. नंबर 17 ने कहा डांस ही उनका शौक व जुनून है. नंबर 24 की हॉबी थी कविता लेखन और उन्होंने जजों की फरमाइश पर एक सुंदर सी कविता सुनाई भी.
अब बारी थी कोश्चन राउंड की. कंटेस्टेंट न.10 से सवाल पूछा गया – “देश के लिए कुर्बान हुए किसी शहीद के बारे में बताइये ?” उन्होंने जवाब दिया “भगत सिंह 23 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ गए. उन्हें अपने देश से बहुत प्यार था इसलिए उन्होंने क्रांतिकारी गुट को चुना. चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर एसेंबली में बम फोड़ा. और राजगुरु, सुखदेव के साथ हँसते-हँसते फांसी पर लटक गए.”
नंबर 11 से सवाल पूछा गया – “आप समाज में सुधार कैसे लाएंगी…?” तो उन्होंने कहा – “हमारे समाज में ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार फैला है जिसकी वजह से अच्छे कैंडिडेट सामने नहीं आ पाते और देश का विकास नहीं हो पा रहा है. अगर हम सभी मिलकर संकल्प लें कि हम भ्रष्टाचार नहीं करेंगे ना दूसरों को करने देंगे तो कुछ सुधार की गुंजाईश बन सकती है.”
नंबर 12 से सवाल पूछा गया – “आपको जीवन में सबसे ज्यादा किसने इंस्पायर किया?” तब कंटेस्टेंट पूरे कॉन्फिडेंस से बोलीं “मैं सबसे ज्यादा इंस्पायर होती हूँ खुद से क्यूंकि मैं हर वक़्त ये कोशिश करती हूँ कि आज जहाँ हूँ वहां से मैं और आगे बढूं.”
नंबर 17 से सवाल पूछा गया – “संयुक्त परिवार क्यों बिखर रहा है..?” इसपर उन्होंने जवाब दिया कि “लोग ‘हम’ को छोड़कर ‘मैं’ पर उतर आएं हैं इसलिए संयुक्त परिवार बिखर रहा है. जिस दिन व्यक्ति ‘हम’ की ताकत को पहचान लेगा और ‘मैं’ को पीछे छोड़ देगा तभी संयुक्त परिवार बिखरने से बचेगा.”
नंबर- 24 से सवाल पूछा गया – “महिलाओं को फिटनेस के लिए आप क्या संदेश देंगी…?” उन्होंने कहा “अगर आज महिलाएं स्वस्थ रहेंगी तो पूरा परिवार फिट रहेगा. परिवार से समाज और समाज से ही देश का विकास होगा. मैं चाहूंगी कि वे अपनी किसी भी हॉबी चाहे डांस हो या खेल उसके लिए समय निकालें यानि थोड़ा सा खुद से भी प्यार करें तो वे खुद-ब-खुद फिट रहने लगेंगी.”
फिर जब जजेस इनमे से तीन का नाम चयन करने में मशगूल हो गए तो उस दरम्यान स्टेज पर सावन में आग लगाने के लिए नैना ‘तेरी आँखों का काजल…’ गीत पर अपना डांस परफॉर्म करने आ गयीं. फिर कीर्ति का डांस हुआ ‘घूमर-घूमर…..’ सॉन्ग पर. सावन बिना कजरी के अधूरा है इसलिए कजरी डांस लेकर आयीं ‘अरे रामा रिमझिम से बरसे ला पनिया..’ पर साधना भूषण. फिर सावन क़्वीन विनर्स के नाम की घोषणा हुई. सावन क्वीन की विनर बनीं अर्चना एंजल, फर्स्ट रनर अप बनीं शालिनी गौरव और सेकेण्ड रनर अप रहीं सुनीता. इस पूरे कार्यक्रम में बड़ी खूबसूरती से एंकरिंग करके खूबसूरत-सी कौशिकी ने इस पूरे सावन महोत्सव को भी उतना ही खूबसूरत बना दिया.