पटना, 8 मई 2022 “सभी जगह भगवान नहीं हो सकते हैं, इसलिए उन्होंने भगवान के रूप में मां की रचना की है”. यह बात राजधानी के पाटलीपुत्र स्थित लिट्रा पब्लिक स्कूल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अमित प्रकाश द्वारा शनिवार को अभिलेख भवन, बेली रोड में आयोजित मातृ दिवस कार्यक्रम में कहा गया.
पूर्ण रूप से मां को समर्पित इस कार्यक्रम में अमित प्रकाश ने अपने भाषण में कहा कि सभी जगह भगवान नहीं हो सकते हैं, इसलिए उन्होंने भगवान के रूप में मां की रचना की है. उन्होंने मां को प्रकृति का अनमोल उपहार बताया और कहा कि “माँ” सबसे पवित्र शब्द है. यह कार्यक्रम मुख्य रूप से मातृत्व के योगदान के लिए धन्यवाद और आभार पर केंद्रित था.
इस अवसर पर समारोह की मुख्य अतिथि तविसी पांडे ने भी मातृत्व पर कुछ पंक्तियाँ बोलीं. उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे सभी माताएं विशेष होती हैं और कैसे वे अपने तरीके से समाज में योगदान करती हैं. उन्होंने कहा कि सभी माताएँ अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने आप में विशेषज्ञ होती हैं. हर मां अपने बच्चे के लिए बहुत खास होती है और अपने बच्चे, खासकर लड़कियों के लिए रोल मॉडल होती हैं.
इस अवसर पर विद्यालय की प्रिन्सपल सादिया रब ने भी इस विचार को विस्तार से बताया और कहा कि माँ का योगदान अतुलनीय है. उन्होंने एलपीएस की उपलब्धियों और शिक्षा के अलावा एलपीएस (LPS) द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी बताया.
प्रिन्सपल ने अवसर पर मौजूद अतिथियों को लिट्रा पब्लिक स्कूल में पढ़ाए जाने वाले विदेशी भाषा, आर्टफिशल इन्टेलिजेन्स, कोडिंग, तैराकी, अध्ययन पोर्टल पर बच्चों का ऑनलाइन साप्ताहिक टेस्ट, साप्ताहिक क्लास टेस्ट, रमन साइंस क्लब आदि के बारे में अवगत कराया. उन्होंने बताया कि क्लास के नोट्स, शिक्षण सामग्री, वीडियो आदि सकहोल के वेबसाइट पर दैनिक आधार पर अपलोड किए जाते हैं ताकि छात्रों को कक्षा में पढ़ाए गए को दुहराने में मदद मिल सके. स्कूल के ई-मैगजीन के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी.
बताते चलें, लिट्रा पब्लिक स्कूल की स्थापना वर्ष 2007 में किड्स ज़ी हाई स्कूल के रूप में 145, पाटलिपुत्र कॉलोनी में हुई थी, जिसकी डायरेक्टर अमृता दत्ता थी. उसके बाद अप्रैल 2012 में स्कूल को 65, पाटलिपुत्र कॉलोनी में स्थानांतरित कर दिया गया.
अमृता दत्ता के बाद जयश्री सिंह (2012-2017), विनीता सिन्हा (2017-18) और विनीता सिंह (2018-19) ने स्कूल की निर्देशिका का प्रभार संभाला. फिलहाल ममता मेहरोत्रा के निर्देशन में एलपीएस चलाया जा रहा है.
स्कूल प्रबंधन ने बताया कि इस स्कूल का मुख्य उद्देश्य है सारे छात्रों को स्वतंत्र और रचनात्मक शिक्षार्थी बनाया जाए जो सामाजिक और भावनात्मक रूप से संतुलित हों. विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाना भी इस स्कूल का कर्तव्य है. साथ ही, विद्यार्थियों को सामाजिकता और संवेदनशीलता का पाठ सिखाना उनका मुख्य उद्देश्य है. साफ सुथरा और सुरक्षित वातावरण देना भी इनके मुख्य उद्देश्यों में से एक है.