“जिस तरह से मनचले बाइक पर घूमते हुए राह चलती महिलाओं के गले से चैन छीनते हैं, उनकी बॉडी टच करते हैं तो ऐसे में यदि आज ये महिलाएं वुमेन सेफ्टी का सन्देश लेकर दुपहिया वाहनों पर निकली हैं तो यह उन मनचलों के लिए साफ़ सन्देश है कि देखो हम महिलाएं अब सशक्त हो चुकी हैं, तुम साइड हो जाओ हमें आगे बढ़ना है….” यह कहना था अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर उपस्थित मुख्य अतिथि महिला थाना पटना की थानाध्यक्ष आरती जैसवाल का.
बोलो ज़िन्दगी फाउंडेशन और स्कॉलर्स एबोड के संयुक्त तत्वावधान में इस 8 मार्च, 2020 को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में समाज को जागरूक करने हेतु पटना में एक बाईक रैली Ride For Women’s Safety का आयोजन किया गया जिसमे 15-20 की संख्या में स्टूडेंट्स लड़कियों से लेकर वर्किंग वुमेन ने स्कूटी-बाईक चलाते हुए महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता सन्देश दिया.
8 मार्च की सुबह 8:00 बजे महिला बाईक रैली को मुख्य अतिथि महिला थाना पटना की थानाध्यक्ष आरती जायसवाल, विशिष्ट अतिथि स्कॉलर्स एबोड की प्राचार्या डॉ. बी. प्रियम. और मीडिया एक्सपर्ट रत्ना पुरकायस्थ ने इको पार्क गेट नं. 1 से हरी झंडी देकर रवाना किया गया जिसका समापन गांधी मैदान कारगिल चौक के पास हुआ. इस रैली को लीड किया साइकिल से पूरे देश का भ्रमण कर चुकीं सोशल एक्टिविस्ट तबस्सुम अली ने.
इस मौके पर तबस्सुम ने कहा कि “ये रैली हमने महिला सुरक्षा हेतु जागरूकता लाने के लिए ही निकाली है क्यूंकि महिलाओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है आज के हालात में जैसा कि महिलाओं के साथ आये दिन बुरी घटनाएं हो रही हैं. मेरे ख्याल से महिलाओं की सुरक्षा खुद उनके ही हाथ में है.”
कार्यक्रम प्रभारी प्रीतम कुमार ने रैली में शामिल सभी महिलाओं का स्वागत किया. वहीं बोलो ज़िन्दगी के संस्थापक राकेश सिंह ‘सोनू’ ने बताया कि “पिछली बार हमलोगों ने महिला ऑटोरिक्शा चालकों को प्रोत्साहित करने हेतु महिला ऑटोरिक्शा स्वाभिमान रैली की थी और इस बार हमने महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए यह महिला बाइक रैली का आयोजन किया है.”
मौके पर मुख्य अतिथि आरती जायसवाल ने कहा कि “जब मैं पुलिस सेवा में आयी और जब मेरी पोस्टिंग पूर्णिया जिले में हुई थी तो उस वक़्त मैं यामाहा बाइक चलाती थी तब लोग मुझे हैरत भरी निगाहों से देखते थें कि अरे औरत बाइक चला के जा रही है…”
विशिष्ट अतिथि डॉ. बी. प्रियम ने अपने वक्तव्य में कहा कि “आज महिलाओं को एहसास हो चुका है कि वो कितनी पावरफुल हैं उनको अब एहसास कराने की जरूरत नहीं है और अब महिलाएं सिर्फ दुपहिया वाहन ही नहीं चला सकतीं बल्कि अब सबकुछ कर सकती हैं.”
वहीँ डॉ. रत्ना पुरकायस्थ ने कहा “महिलाएं सशक्त हैं मगर मुझे लगता है कि वो अपनी ताकत पहचान नहीं पाती हैं क्यूंकि जब एक महिला घर संभालती हैं, बाहर नौकरी करती है तो इससे ज्यादा और क्या सबूत है कि वो मजबूत नहीं हैं.”
इस वुमेन सेफ्टी बाइक रैली में शामिल होनेवाली महिलाओं के नाम हैं – तबस्सुम अली, नूतन कुमारी, हिना, अमरूता सोनी, राधा कुमारी, रेखा, राधा सिन्हा, मिनाक्षी, काकोली, हिमांशु मूंचाल, किरण कुमारी, अर्चना झा, मिन्की सिन्हा, शिखा सोनिया, रजनी कुमारी, बिन्नी बाला, शर्मिष्ठा मित्रा, अर्चना कुमारी एवं अन्य. इस कार्यक्रम में बोलो ज़िन्दगी के सदस्य दीपक कुमार का भी सराहनीय सहयोग रहा.