पटना, 13 जनवरी, पैराडाइज इंटरनेशनल स्कूल, पटेल नगर में नववर्ष के स्वागत में साहित्यिक संस्था लेख्य-मंजूषा के तत्वाधान में ‘बज्म-ए-अदब’ का आयोजन किया गया. कायर्क्रम का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि कविगण घनश्याम, सिद्धेश्वर प्रसाद व नसीम अख्तर ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जहाँ समीर परिमल ने की तो मंच का संचालन किया प्रो.( डॉ.) सुधा सिन्हा ने और धन्यवाद ज्ञापन वीणाश्री हेम्ब्रम ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत में ‘उड़ान’ पुस्तक के लेखक संजीव कुमार ने महफ़िल में आये श्रोताओं से रु-ब-रु होते हुए अपनी पुस्तक की विस्तृत चर्चा की. इस महफ़िल में उपस्थित कवियों एवं शायरों ने अपनी शानदार रचनाएँ सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
वरिष्ठ कवि घनश्याम ने सुनाया- ‘ जीवन की बगिया में पुष्पित हर्ष रहे, मीठे तिमिर ज्योतिमर्य नूतन वर्ष रहे…’
सिद्धेश्वर प्रसाद ने सुनाया – ‘ वक़्त के पहले चरागों को जलाते क्यों हो, मुझे भूले हुए पल याद दिलाते क्यों हो..’
वहीँ शायर समीर परिमल की इन पंक्तियों पर भी तालियां बजी – ‘आइये आज भूलकर सभी गीले-शिकवे , ये नया साल मुहब्बत के नाम करते हैं..’
इस अवसर पर रामनाथ शोधार्थी, अविनाश कुमार पांडेय, नसीम अख्तर, डॉ. पूनम देवा, प्रतिमा सिन्हा, एकता कुमारी, विनोद जी, संजीव कुमार, विकास राज, अक्स समस्तीपुरी, सूरज ठाकुर बिहारी, कुंदन आनंद, रविंद्र त्यागी, प्रेमलता सिंह, रंजना सिंह आदि कवियों ने भी अपने काव्य पाठ से श्रोताओं की खूब प्रशंसा बटोरी.