फैमली ऑफ़ द वीक : कोमल कश्यप की फैमली, आशियाना नगर,पटना

फैमली ऑफ़ द वीक : कोमल कश्यप की फैमली, आशियाना नगर,पटना

 

स्पेशल गेस्ट एंकर प्रतिभा सिंह के साथ बोलो जिंदगी की टीम

5 अप्रैल, रविवार को ‘बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक’ के तहत बोलो ज़िन्दगी की टीम (राकेश सिंह ‘सोनू’, प्रीतम कुमार व तबस्सुम अली) पहुंची पटना के आशियाना नगर इलाके में उभरती हुई गायिका कोमल कश्यप की फैमली के घर. जहाँ हमारे स्पेशल गेस्ट के रूप में दूरदर्शन, बिहार बिहान की एंकर प्रतिभा सिंह भी शामिल हुईं.

इस कार्यक्रम को स्पॉन्सर्ड किया है बोलो जिंदगी फाउंडेशन ने जिसकी तरफ से हमारे स्पेशल गेस्ट के हाथों कोमल कश्यप की फैमली को एक आकर्षक गिफ्ट भेंट किया गया.

 

 

 

 

 

                    कोमल कश्यप की फैमली

फैमली परिचय- कोमल पटना के मगध महिला कॉलेज से म्यूजिक में ग्रेजुएशन (थर्ड ईयर) कर रही हैं. और पिछले तीन सालों से जानेमाने शास्त्रीय गायक रजनीश जी से संगीत की तालीम ले रही हैं. चम्पारण जिले से बिलॉन्ग करनेवाले कोमल के पिता श्री सुशिल कुमार तिवारी म्युच्युअल फंड में कार्यरत हैं. माँ श्रीमती शीला तिवारी हाउसवाइफ हैं. कोमल का कोई भाई नहीं है, ये तीन बहने हैं. कोमल बहनों में सबसे छोटी हैं. सबसे बड़ी बहन पूजा पीजी करके नेट की तैयारी कर रही हैं. पूजा टॉपर भी रह चुकी हैं और ग्रेजुएशन और पीजी दोनों में गोल्डमेडलिस्ट हैं. कोमल की मंझली बहन हर्षिता बी.कॉम कम्प्लीट कर अभी एम.बी.ए. के लिए तैयारी कर रही हैं.

 

 

बोलो ज़िन्दगी के साथ इंटरव्यू फेस करतीं कोमल कश्यप

कोमल के गायन की शुरुआत – दस साल की उम्र में कोमल के घर एक आंटी आयी थीं उन्होंने उसकी आवाज सुनकर कोमल के माँ-बाप से बोला कि ‘इसकी आवाज अच्छी है तो इसको सिखाइये.’ फिर घरवालों को कहकर उन्होंने कोमल को एक इंस्टीच्यूट में एडमिशन कराया. कोमल की माँ बताती हैं कि “जब कोमल छोटी थी तब टीवी में भजन सॉन्ग देखकर आईने के सामने दुपट्टा लेकर वही गाना गाती थी, तभी घरवालों को कोमल के इस टैलेंट का पता चला.” जब डी.ए.वी, 7 वीं क्लास में कोमल का एडमिशन हुआ तो वहां के म्यूजिक टीचर दीपक मिश्रा सर ने ना सिर्फ कोमल को संगीत सिखाया बल्कि उसे हमेशा प्रोत्साहित करते रहें, जिसका नतीजा ये हुआ कि स्कूल में होनेवाले कल्चरल प्रोग्राम में पार्टिशिपेट कर कोमल ने बहुत सारे प्राइज और मेडल्स जीतें. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल के 25 वें सालगिरह समारोह में बेस्ट फीमेल सिंगर के अवार्ड से भी सम्मानित हुई.

 

        गायन में जीते हुए कोमल के मेडल्स अवार्ड

एचीवमेंट – 2012 में रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल में हुए दो दिवसीय इण्डिया लेवल पर हुए वाल्मीकि रामायण श्लोक कम्पटीशन में श्लोक पाठ गाने के लिए कोमल को फर्स्ट प्राइज़ मिल चुका है. 2013 में पटना के रियलिटी शो ‘हमसे बढ़कर कौन’ की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं और 2014 के ‘सिंगिंग सेंसेशन’ शो में सेमीफाइनलिस्ट रही हैं. यूनिसेफ के लिए भी कोमल ने गाने रिकॉर्ड किये हैं जो अभी रिलीज नहीं हुआ है. कहानीघर संस्था के थीम सॉन्ग ‘बचपन भोला…’ को कोमल ने कम्पोज किया है. 2017 में पटना के ज्ञान भवन में इसी गाने को कोमल ने अपनी ही कम्पोजिशन में हजारों ऑडियंस के बीच गाया था. 2018 में इंडिया लेवल पर म्यूजिक के फिल्ड में अच्छा परफॉर्म करनेवालों को दिए जानेवाले भारत लीडरशिप अवार्ड को अपने नाम किया जिसमे बिहार से कोमल का सलेक्शन हुआ था. दिसंबर 2018 में हुए फोक सॉन्ग कम्पटीशन “उत्साह” में मगही गीत ग्रुप में गाकर कोमल ने फर्स्ट प्राइज जीता. 2018 में ‘दो दुनिया’ भोजपुरी शॉर्ट फिल्म के लिए कोमल ने एक भोजपुरी गीत “हमरे गांव की खबर ले अइहा…” गा चुकी हैं. ग्रेट इंडिया शो यु ट्यूब चैनल के लिए भी कई सॉन्ग गा चुकी हैं. पटना की लड़कियों के कव्वाली ग्रुप ‘महब्बा’ के लिए भी बिहार दिवस महोत्सव पर गा चुकी हैं. पटना के गाँधी मैदान में 2016-2017 के बसंतोत्सव में हुए सिंगिंग कम्पटीशन में दोनों ही साल कोमल थर्ड प्राइज जीती. फेम गुरुकुल सोशल एन्ड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन “तारे जमीं पर” -2019 में फर्स्ट प्राइज जीता. कई और पुरस्कार यथा, बिहार कला मंच सम्म्मान, इंटरनेशनल यूथ अवार्ड, सावन सम्मान आदि से पुरस्कृत हो चुकी हैं. दैनिक जागरण के इवेंट ‘उमंग’ में परफॉर्म कर चुकी है. वर्ल्ड म्यूजिक डे 2017 के अवसर पर रेडियो मिर्ची 98.3 एफ.एम पर गा चुकी है. 2018 के नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ़ टेक्नॉलोजी फेस्ट रागा में परफॉर्म कर चुकी है. पटना यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम में सोलो और ग्रुप कम्पटीशन में भी पुरस्कार जीत चुकी है. 2019 में इंटर कॉलेज पेट्रियोटिक सॉन्ग कम्पटीशन में सोलो सिंगिंग में फर्स्ट प्राइज मिल चुका है. कला संस्कृति प्रकोष्ठ बीजेपी बिहार के सौजन्य से मोतिहारी में आयोजित अटल बिहारी वाजपयी की याद में स्मृति नमन कार्यक्रम में परफॉर्म कर चुकी हैं.

 

रियलिटी शो –  2016 में रियल्टी शो ‘दिल है हिंदुस्तानी’ में पटना ऑडिशन में सेलेक्ट होकर कोमल दिल्ली गयी जहाँ तीसरे राउंड तक पहुंची. फिर सारेगामापा में पटना से सलेक्ट होकर चंडीगढ़ गयी. इंडियन आइडल 2014 में पटना से सलेक्ट होकर कोलकाता के दो राउंड तक जगह बनाई.

कोमल को घर से बहनों और माँ-बाप का फुल सपोर्ट मिल रहा है. जब भी ऑडिशन के लिए पटना या बिहार से बाहर जाना होता है तो कोमल को मम्मी-पापा साथ लेकर जाते हैं. जब हमने कोमल से पूछा कि “कभी भी कोई रिश्तेदार ने सिंगिंग को लेकर कोई कमेंटबाजी तो नहीं की ना..?” तो इसपर कोमल मुस्कुराते हुए कहती है “नहीं भईया, निगेटिव बात तो किसी ने नहीं की, लेकिन हाँ घर-परिवार के लोग कहते हैं कि अभी तक कोमल टीवी पर नहीं आयी है, बस उसका मलाल है…” बोलो जिंदगी की फरमाइश पर कोमल ने पहले भजन फिर बॉलीवुड सॉन्ग गाकर सुनाया जिसकी हर किसी ने तारीफ की. यहाँ तक कि बोलो जिंदगी टीम की तबस्सुम ने यह कह दिया कि “लगता है जैसे कोमल की आवाज नहीं बल्कि मिश्री है.”

 

सन्देश: मौके पर बतौर स्पेशल गेस्ट प्रतिभा सिंह ने कोमल के सिंगिंग टैलेंट को देखकर अपने सन्देश में कहा कि – “यहाँ आने के बाद इतनी प्यारी फैमली से मिलने के बाद मुझे अपने आप में बहुत प्राउड फील हो रहा है जहाँ खासकर के लड़कियों को आगे बढ़ाया जा रहा है. सोसायटी को इससे सीख लेने की जरूरत है कि कैसे आप बेटियों को कम नहीं आंकिये, बेटियाँ आज बेटों के बराबर हैं. और कोमल का परफर्मेंस देख-सुनकर यही कहना चाहूंगी कि बिहार के लोगों में टैलेंट कूट-कूटकर भरा है लेकिन जरूरत है कि किसकी फैमली किसको कितना सपोर्ट करती है, और कौन कितना आगे जा पाता है. क्यूंकि फैमली सपोर्ट के बिना यह उतना मुमकिन नहीं. कोमल को मेरी सलाह यही है कि वह कभी लाइफ में हार ना माने और कोशिश हमेशा करती रहे. हार या जीत उतना मायने नहीं रखता, मायने रखता है कि आप कितना ज्यादा कहीं पार्टिशिपेट करते हैं, कितना सीखते हैं, तजुर्बा हासिल करते हैं. आप प्रैक्टिस को जारी रखिये, अपने टैलेंट को पॉलिश करते रहिये सफलता एक दिन जरूर मिलेगी.”

अंत में जब बोलो जिंदगी ने प्रतिभा सिंह से कहा कि “हमें पता चला है कि आप भी थोड़ा-बहुत गाने का शौक रखती हैं. तो यहाँ हम सब आपके इस शौक को सुनना चाहेंगे.” इसपर प्रतिभा जी ने एक पुरानी बॉलीवुड फिल्म का सदाबहार गीत गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया.

 

 

 

 

About The Author

'Bolo Zindagi' s Founder & Editor Rakesh Singh 'Sonu' is Reporter, Researcher, Poet, Lyricist & Story writer. He is author of three books namely Sixer Lalu Yadav Ke (Comedy Collection), Tumhen Soche Bina Nind Aaye Toh Kaise? (Song, Poem, Shayari Collection) & Ek Juda Sa Ladka (Novel). He worked with Dainik Hindustan, Dainik Jagran, Rashtriya Sahara (Patna), Delhi Press Bhawan Magazines, Bhojpuri City as a freelance reporter & writer. He worked as a Assistant Producer at E24 (Mumbai-Delhi).

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