पटना, 28 मई 2021 को नव अस्तित्व फाउंडेशन के द्वारा यूनिसेफ और जीविका के तत्वावधान में माहवारी उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम पूर्णिया जिले के कस्बा ब्लॉक और सीतामढ़ी जिले के रिगा ब्लॉक में डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मनाया गया.
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दोनों जिलों के D.P.M, DEO, BPM, CDPO, BHM, HNM के अलावा यूनिसेफ की ओर से सुधाकर रेड्डी भी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि “ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए माहवारी स्वच्छ्ता प्रबंधन की सही जानकारी होना बहुत आवश्यक है जिससे शर्म एवं झिझक को तोड़कर महिलाओं और बच्चियों को अपनी माहवारी और उससे जुड़ी सभी प्रकार की समस्याओं पर खुलकर इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से लगातार चर्चा करनी चाहिए, जिससे माहवारी उनके लिए एक सामान्य प्रक्रिया बन जाये.” माहवारी स्वच्छ्ता दिवस को मनाने के पीछे की भावना भी यही है कि इस विषय पर बात हो सके. कार्यक्रम में सीतामढ़ी जिले के DEO ने कहा कि “इस प्रकार के आयोजनों से कई नई जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है. शिक्षा विभाग का सहयोग हर प्रकार से माहवारी से जुड़े कार्यक्रमों में हमेशा बना रहेगा.” पूर्णिया जिले के DPM ने कहा कि “जीविका के सभी स्तर के कार्यकर्ताओं को इस कार्यक्रम से जोड़ना भविष्य में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए अत्यंत फायदेमंद साबित होगा और वो खुलकार्र इस विषय पर बात कर सकेंगी.”
नव अस्तित्व फाउंडेशन की ओर से पल्लवी सिन्हा, अमृता सिंह, नूतन साह, प्रकाश ठाकुर, उज्जवल कुमार ने हिस्सा लिया. प्रतिभागियों के तौर पर कस्बा और रिगा ब्लॉक की जीविका दीदी, आशा दीदी, आंगनबाड़ी सेविकाएँ और किशोरियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. कार्यक्रम में कई प्रकार कि एक्टिविटीज कराई गई जिसमें 28 दिनों के मासिक चक्र और 5 दिनों की माहवारी के महत्व को समझाते हुए फाइव इन वन प्रोग्राम में माला मेकिंग, ब्रेसलेट मेकिंग, लाल -सफेद बिंदी वाली एक्टिविटी, जापानी पंखा मेकिंग और हथेली पर लाल -सफेद डॉट एक्टिविटी करवाई गई. इसके अलावा क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें किरण कुमारी और मधु कुमारी विजेता बनीं. माहवारी पर चर्चा भी आयोजित की गई जिसमें माहवारी में पुरुषों की भागीदारी पर उनके साथ चर्चा की गई और डॉक्टर अर्चना के द्वारा महिलाओं द्वारा पूछे गए कई प्रकार के सवालों का जवाब भी दिया गया. सबसे आखिर में माहवारी वाली गुल्लक एक्टिविटी करवाई गई जिसके माध्यम से माँ और बेटी के एक दूसरे की माहवारी और उससे जुड़ी बातों के प्रति दोनों की जिम्मेदारी के महत्व को समझाया गया ताकि हर दिन माँ और बेटी अपने खर्चों से कम से कम एक-एक रुपये जमा कर माहवारी स्वच्छता प्रबंधन सही तरीके से कर सकती हैं.