पटना, 12 जनवरी, किदवईपुरी, ठाकुर प्रसाद कम्युनिटी हॉल के सभागार में दिव्यांग जनों का अधिकार संवाद सह मकर संक्रांति उत्सव 2020 का आयोजन हुआ. कार्यक्रम का आयोजन समदृष्टि चैरिटेबल फाउंडेशन तथा दिव्यांग फ्यूचर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया.
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्रीमती रितु चौबे, समदृष्टि चैरिटेबल फाउंडेशन ने किया. वहीं दिव्यांग अधिकार संवाद का संचालन दिव्यांग जनों के वरीय नेता तथा दिव्यांग फ्यूचर एसोसिएशन के महासचिव श्री राकेश कुमार ने किया.
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर प्रो. माया शंकर, पटना विश्वविद्यालय, डॉ. शिवाजी कुमार, राज्य आयुक्त निशक्तता ( दिव्यांगजन )बिहार सरकार, डॉ. संजय प्रसाद राणा, वरिष्ठ चिकित्सक, मधु मंजरी, अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, श्री नीतिश चंद्र, फैशन डिजाइनर, श्री विनय पाठक, श्रीमती मौसम शर्मा, चंदन कुमार, अरुण कुमार सिंह, राकेश कुमार, रितु चौबे आदि ने संयुक्त रूप से किया.
मौके पर दिव्यांग अधिकार संवाद में दीघा के सुधीर पासवान ने दिव्यांगों के जमीन दबंगों द्वारा जबरन कब्जा करने का मुद्दा राज्य आयुक्त दिव्यांगजन के समक्ष रखा वहीँ पाटलिपुत्र से आए नवीन कुमार झा ने फुटपाथ पर दुकान को हल्ला गाड़ी अतिक्रमण के नाम पर तोड़ देने, दिव्यांगों के साथ पुलिस द्वारा अभद्रता का सवाल उठाते हुए भेन्डर जोन के तहत दिव्यांगों को फुटपाथ पर स्थाई दुकान बनाने की मांग की. वहीं छात्र नीतेश कुमार जो खगड़िया जिले से आये थें, अपनी बात कहते हुए उन्होंने अतिथियों को बताया कि “जो दिव्यांग की शादी नहीं होती है उन्हें बिहार राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना, इंदिरा आवास योजना लेने में काफी परेशानी होती है. हम लोगों की शादी दिव्यांगता के कारण नहीं हुई और हमारे पास रहने के लिए जमीन तथा मकान भी उपलब्ध नहीं है ???”
संवाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार में राज्य आयुक्त दिव्यांगजन डॉ. शिवाजी कुमार ने बारी-बारी से उपस्थित दिव्यांगों के सवालों को समाधान की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि “बिहार में राज्य सरकार खासकर दिव्यांगजन आयुक्त कार्यालय पटना, भारत का पहला दिव्यांग जनों के ऊपर सबसे ज्यादा कार्य करने वाला राज्य बना है. बिहार राज्य में दिव्यांगों के रोजगार के लिए सरकार ने निजी कंपनियों को पत्र जारी कर प्रत्येक 20 कर्मचारी में एक दिव्यांग कर्मचारी रखने का आदेश दिया है. दिव्यांग जनों को यूडीआईडी कार्ड, रेलवे रियायत प्रमाण पत्र, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना, उपकरण योजना, ऋण योजना के साथ दिव्यांग अधिकार अधिनियम की धाराओं को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान अधिनियम में दिव्यांगों को यदि कोई व्यक्ति अभद्र भाषा बोलता है तो उन्हें जुर्माना के साथ जेल जाना होगा यह प्रावधान है. बिहार सरकार दिव्यांग जनों की सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास के प्रति दृढ़ संकल्पित है.”
कार्यक्रम का उद्घाटन पटना विश्वविद्यालय की प्रोफेसर और भारत सरकार के केंद्रीय कानून एवं सूचना संचार मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद की धर्मपत्नी श्रीमती माया शंकर ने कहा कि “दिव्यांगों के विकास एवं उनकी जरूरत के लिए हमारी ओर से हर संभव प्रयास किए जाएंगे.” उन्होंने पटना जिले के दिव्यांगों को बैटरी वाली ट्राई साइकिल सांसद निधि से दिलवाने की बात कही, साथ ही साथ फुटपाथ पर अलग से दिव्यांगों के जीविका हेतु भेन्डर जोन बनाने की मांग राज्य सरकार से की. वहीँ चिकित्सक संजय प्रसाद राणा ने कहा कि “अपनी सेवा में यदि कोई दिव्यांग हमारे पास आते हैं तो आजीवन उनका फीस नहीं लूंगा और फ्री में दिव्यांग जनों का इलाज मैं करता रहूंगा ऐसा मैं आज संकल्प लेता हूँ.”
इस अवसर पर बिहार नेत्रहीन परिषद के महासचिव डॉ नवल किशोर शर्मा, दिव्यांग फ्यूचर एसोसिएशन के अनील कुमार, आदित्य राज, रोशन कुमार , नवीन निश्चल , योगेंद्र गुप्ता आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत में संस्था की तरफ से आये हुए दिव्यांगजनों एवं अतिथिगणों के लिए मकर सक्रांति को ध्यान में रखते हुए चूड़ा-दही भोजन की व्यवस्था की गयी.