(रिपोर्टिंग : प्रीतम कुमार, स्टोरी : राकेश सिंह ‘सोनू’ ) पटना, “बिहार में क्रिकेट नहीं ‘किरकेट’ खेला जाता है” फिल्म के ट्रेलर में दिखाया जानेवाला यह अहम डायलॉग इशारा करता है कि बिहार में क्रिकेट के पीछे होनेवाली राजनीति को ही फिल्म में दर्शाया गया है. फिल्म भी बिहार की पृष्ठभूमि से जुड़ी हुई है और फिल्म के मुख्य किरदार भी मुख्यतः बिहारी हैं. यहाँ बात हो रही है 18 अक्टूबर को देशभर में रिलीज हो रही बॉलीवुड फिल्म “किरकेट-बिहार के अपमान से सम्मान तक” की जिसका प्रेस कॉन्फ्रेंस 10 अक्टूबर को पटना के होटल मौर्या में सम्पन्न हुआ. जहाँ मौजूद थें फिल्म के मुख्य किरदार भूतपूर्व क्रिकेटर एवं पूर्व संसद कीर्ति आजाद, टीवी प्रेजेंटर से बतौर अभिनेत्री शुरुआत करनेवालीं सोनम सी. छाबड़ा, कई भोजपुरी फिल्मों में खलनायिकी निभा चुकें देव सिंह,विशाल तिवारी, फिल्म के निर्देशक योगेंद्र सिंह, निर्माता सोनू झा, सह निर्माता जागेश सावजानी और युसूफ शेख.
‘किरकेट…….’ की कहानी क्रिकेट में व्याप्त भ्र्ष्टाचार और खेल के पीछे की राजनीति से संघर्ष करते हुए कीर्ति आजाद द्वारा चुने गए 11 खिलाडियों के इर्द-गिर्द घूमती है. उल्लेखनीय है कि कीर्ति आज़ाद दिल्ली क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं. वे 1983 में विश्व कप जीतनेवाली क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा भी रहे हैं. बाद में उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा और कई बार बिहार के दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहें.
बोलो ज़िन्दगी के साथ विशेष बातचीत में पहली बार फिल्म में अभिनय करने जा रहें पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद ने बताया कि “जब फ़िल्म बनानेवालों से हमने कहा कि मुझे एक्टिंग नहीं आती तो इसपर उन्होंने कहा कि आपको एक्टिंग थोड़े करनी है, आप जैसे रियल लाइफ में हैं वैसे ही फ़िल्म में रहिए.” कीर्ति आज़ाद ने कहा कि “मेरी क्रिकेट टीम के 11 खिलाडियों की जिंदगी के सफर को दर्शक बेहद करीब से महसूस कर सकेंगें.” वहीँ पहली बार बतौर अभिनेत्री फ़िल्म में पदार्पण कर रहीं सोनम सी. छाबड़ा ने ख़ुशी जाहिर करते हुए बताया कि “रियल लाइफ से मिलता-जुलता किरदार मुझे मिला है यानी फ़िल्म में मैं एक जर्नलिस्ट की भूमिका में हूँ.” उन्होंने बिहार में हुई शूटिंग के दौरान बिहारीपन को बेहद करीब से महसूस किया और उनकी मने तो बिहारियों ने उनका दिल जीत लिया. भोजपुरी फिल्मों में खलनायिकी के लिए जाने जानेवाले देव सिंह ने बताया कि “इस फिल्म में मेरा किरदार निगेटिव नहीं बल्कि पॉजिटिव है. रियल लाइफ में मैं क्रिकेट खेलना पसंद करता हूँ, बैटिंग एवं बॉलिंग दोनों करता हूँ लेकिन इस फिल्म में मैं विकेटकीपर बना हूँ इसलिए मुझे अपने किरदार के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी.”
फिल्म का लेखन विशाल विजय कुमार ने किया है. जबकि फिल्म का निर्माण ए स्क्वायर प्रोडक्शंस, धर्मराज फिल्म्स, जेकेएन फिल्म्स के बैनर तले हुआ है.