पटना, 7 दिसंबर, कोई हमेशा के लिए जाने के बाद भी अगर लोगों के दिलों में स्मृतियों के रूप में रचा-बसा रहता है तो यह उसके कर्मों का ही प्रतिफल है जो उसके नहीं रहने के बाद भी उसके आस-पास होने का एहसास दिलाता है. यह बातें बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन कार्यालय में उपस्थित सभी अतिथि पत्रकारों के जेहन में घूम रही थीं. बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन कार्यालय प्रांगण में शुक्रवार को बिहार मीडिया के आयरनमैन कहे जाने वाले अमृतवर्षा हिंदी दैनिक के संस्थापक संपादक स्व. पारसनाथ तिवारी (बाबा) की प्रथम पुण्यतिथि सह श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बाबा के संघर्षमय कर्मक्षेत्र पर प्रकाश डालते हुए इस बात को प्रमुखता से रखा गया कि उनकी जीवन स्मृतियों, उनके संस्मरणों को संकलित कर एक पुस्तक का प्रकाशन किया जाये जिनमे स्वेक्षा से कोई भी सहयोग कर सकता है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्व. पारसनाथ तिवारी के पुत्र व अमृतवर्षा के संयुक्त संपादक वन बिहारी, पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह, समाजसेवी अजीत कुमार शुक्ला, अखिलेश जायसवाल कांग्रेस विधायक अमिता भूषण, आईएएस अधिकारी अमिताभ वर्मा, बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ , भारद्वाज फाऊंडेशन के अमित कुमार, स्वत्व के संपादक कृष्णकांत ओझा, खबरपालिका के संपादक संजय शुक्ल, बोलो जिंदगी के संपादक राकेश सिंह ‘सोनू’ आदि उपस्थित हुए.
सबों ने स्व. पारसनाथ तिवारी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महासचिव प्रेम कुमार और वरीय पत्रकार कृष्ण कांत ओझा ने की.
इस मौके पर वक्ताओं ने स्व. पारसनाथ तिवारी के जीवनकाल पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला और पत्रकार जगत में स्व. तिवारी की कमी को महसूस किया. वक्ताओं ने कहा कि “बाबा ने खबर को लेकर किसी प्रकार का कभी कोई समझौता नहीं किया. वे एक संवेदनशील व्यक्ति थे. उनके लिए कोई आम और खास नहीं था. वे सभी को एक जैसे सम्मान देने का काम करते थे. उनका जाना मीडिया जगत के लिए बहुत बड़ी अपूरणीय क्षति है.” श्रद्धांजलि सभा के समापन के पूर्व वहां मौजूद लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर स्व. तिवारी को श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में पत्रकार देवव्रत राय, आकाश, संतोष कुमार, संजय कुमार, संजय शुक्ला,कनिष्क सिंह,रमेन्द्र सिंह,नृपेन्द्र कुमार,श्रीकांत व्यास, राज किशोर सिंह, जीतेंद्र कुमार आदि शामिल थे.